अमरावती/दि.27- अमरावती की वापसी रथयात्रा परसों आषाढ़ी एकादशी पर आयोजित है. मालवीय चौक के पास आचार्य के निवासस्थान पर बने जनकपुर से गुरुवार को ठीक 4 बजे सजे धजे लकड़ी के रथ पर भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और सुभद्रा को सवार कर रस्सी से भक्त रथ खींचेंगे. उसे जवाहर गेट के भीतर रंगारी गली स्थित जगदीश मंदिर ले जाया जाएगा. इस वर्ष नागपुर के राजे रघुजी भोसले के वंशज राजे संग्रामसिंह भोसले भी रथ खीचेंगे. वे विशेष रुप से पधारने की जानकारी आयोजकों ने दी.
उन्होेंने बताया कि भगवान की पूरी की रथयात्रा के जनक राजे रघुजी भोसले ही हैं. यह रथयात्रा न केवल अनवरत है, अपितु उसने विराट स्वरुप ले लिया है. आज विश्वविख्यात रथयात्रा में लाखों लोग जगन्नाथपुरी उमड़ते हैं. यह विदर्भवासियों के लिए गौरव की बात है कि हमारे क्षेत्र के राजे रघुजी भोसले ने रथयात्रा का शुभारंभ किया था.
आचार्य परिवार की भी चौथी व पांचवीं पीढ़ी अमरावती में गत 124 वर्षों से रथयात्रा का अनवरत आयोजन कर रही है. जिसमें सभी धर्म प्रेमी उत्साह से सहभागी होते हैं और भगवान के रथ को खींचने का पुण्य कमाते हैं. जय जगन्नाथ का नारा लगाते हैं. अतः परसों निकलने वाली वापसी रथयात्रा में अवश्य सहभागी होने की अपील जगदीश भक्तों ने की है.