अमरावती/दि.17 – देश में बडे प्रमाण में अनाज उत्पादन करने वाला किसानों का जिस प्रमाण में विकास होना चाहिए था वह हो न सका, अगर किसान विकसित होगा तो ही देश का विकास संभव है. ऐसा प्रतिपादन जिलाधीक्षक कृषि अधिकारी अनिल खर्चान ने व्यक्त किया. वे कृषि विज्ञान केंद्र दुर्गापुर (बडनेरा) यहां महाराष्ट्र सरकार विकास मंडल मर्यादित पुणे व्दारा आयोजित शेतकरी उत्पादक कंपनी संचालक मंडल के निवासी प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष के तौर पर बोल रहे थे.
इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रुप में महाराष्ट्र केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर लि. के विभागीय प्रबंधक महेश पाटिल कृषि विज्ञान केंद्र दुर्गापुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा प्रमुख डॉ. के.ए.धापके, महाराष्ट्र सहकार विकास महामंडल पुणे के विभागीय प्रमुख डी.एम. साबले, नागपुर विभाग प्रमुख दीपक बेदरकर, राहुल घोगरे, गणेश जगदाले, प्रशांत चासकर, दीपमाला खनके तथा अमरावती विभाग के विभगाीय व्यवस्थापक अमोल पाचडे मंच पर उपस्थित थे. कृषि अधिकक्षक अनिल खर्चान ने आगे कहा कि, अमरावती जिले में संतरा उत्पादन प्रचूर मात्रा होता है.
प्रक्रिया उद्योग नहीं होने की वजह से संतरा व्यवसाय विकसित नहीं हुआ है. संतरा उत्पादकों को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है. किसान कंपनियां केवल शासकीय अनुदानों के भरोसे न रहते हुए अनुदान का कृषि विकास में उपयोग किया जाना चाहिए. कपंनी व किसान मिलकर हित साध सकते है. शासन की योजना भी भरपूर है इस योजना का लाभ लेना चाहिए. कार्यक्रम का संचालन व आभार महाराष्ट्र सरकार विकास महामंडल के संचाकल दीपक बेदरकर ने किया. कार्यक्रम में अमरावी, वर्धा, यतमाल, भंडारा, वाशिम, हिंगोली, अकोला जिले के संतरा उपत्पादक व कंपनियों के संचालक बडी संख्या में उपस्थित थे.