* अप्रैल तक इन स्टेशनो का निर्माण
अमरावती /दि. 14– जिले के 7 एसटी डिपो से इलेक्ट्रीक बस दौडाई जानेवाली हैं. इसके लिए चार्जिंग स्टेशन के निर्माण को गति दी गई हैं. 8 में से 4 डिपो में चार्जिंग स्टेशन के लिए निविदा प्रक्रिया पूर्ण की गई हैं. महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल ने महावितरण को उच्चदाब बिजली कनेक्शन के लिए 3 करोड 50 लाख रुपए अदा कर दिए हैं. अप्रैल तक इन चार्जिंग स्टेशनो का निर्माण किया जानेवाला हैं.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हाथों इलेक्ट्रीक बस सेवा का शुभारंभ हालही में किया गया. अमरावती जिले को भी 200 से 250 इलेक्ट्रीक बस प्राप्त होगी, ऐसी जानकारी हैं. इस निमित्त महामंडल ने सभी प्रक्रिया पूर्ण करने को गति दी हैं. महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल ने इलेक्ट्रीक पर चलनेवाली बसे सडको पर दौडाने के लिए किराए पर लिए शिवशाही पैटर्न पर शिवाई बसेस चलाई जानेवाली हैं. महाराष्ट्र को 5150 बसेस प्राप्त होनेवाली हैं. इसमें से जिले को 200 से 250 बस प्रस्तावित की गई हैं. कोरोना काल में नई बसेस की मांग महामंडल की तरफ से की गई थी. जिले में चलनेवाली सर्वाधिक बसेस काफी पुरानी हो जाने से उन्हें कबाड में निकाली गई हैं. इस कारण नई बसेस की आवश्यकता थी. संपूर्ण महाराष्ट्र में बसेस की मांग होती रहने से शासन ने इलेक्ट्रीक बस सडको पर उतारने का निर्णय लिया. इस निमित्त जिले के डिपो का जायजा किया गया. जिले में अमरावती, बडनेरा, चांदूर रेलवे, मोर्शी, वरुड, परतवाडा, चांदुर बाजार और दर्यापुर में चार्जिंग स्टेशन तैयार करना प्रस्तावित हैं,
8 डिपो में से पहले चरण में 4 स्थानो पर चार्जिंग स्टेशन निर्मित किए जानेवाले हैं. परतवाडा, अमरावती, मोर्शी और वरुड ऐसे 4 डिपो के लिए महामंडल ने उच्चदाब बिजली लाईन बिछाने के लिए महावितरण को 3 करोड 50 लाख अदा किए हैं. साथ ही शेड के निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया पूर्ण की हैं. संबंधित ठेकेदार को काम का शुभारंभ करने के आदेश दिए गए हैं. अप्रैल तक यह चार्जिंग स्टेशन पूर्ण होने का अनुमान महामंडल की तरफ से दर्शाया गया हैं.
* 35 और 44 सीटर स्मार्ट बस
इलेक्ट्रीक शिवाई बस जून तक जिले के 8 डिपो से दौडनेवाली हैं. यह शिवाई बस 35 और 44 सीटर ऐसे दो मॉडल में प्राप्त होनेवाली हैं. यह बस 300 किलोमीटर तक कहीं न रुकते हुए सफर कर सकेगी. इस दौरान सफर बढता होगा तो बस को 2 घंटे खडे रखना आवश्यक हैं. इस कारण यह बसेस जिला अंतर्गत ही चलेगी. इस बस के लिए चालक यदि निजी रहा तो भी वाहक एसटी महामंडल का रहनेवाला हैं. शासन की सभी सुविधा का लाभ इस बसेस में देने का दावा महामंडल की तरफ से किया गया हैं.