अमरावती

शहर सहित जिले ने अनुभव की कयामत की रात

तेज आंधी-तूफान व बिजली की गडगडाहटों के साथ जोरदार बारिश

शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात करीब 3 घंटे रहा कोहराम वाला माहौल
कई घर गिरे, हजारों हेक्टेअर क्षेत्र में खेती-किसानी बर्बाद, कई जानवरों की मौत
शहर सहित ग्रामीण में पेड उखडने से विद्युत आपूर्ति प्रभावित दो दिन बाद भी कई इलाके अंधेरे में
आम जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त, तापमान गिरा, मौसम हुआ सर्द
अमरावती/दि.1 – विगत शनिवार व रविवार की दरम्यानी रात अमरावती शहर सहित जिलावासियों के लिए एक तरह से कयामत या प्रलयवाली रात रही. जब देर रात मौसम ने अचानक करवट बदली और तेज आंधी-तूफान व बिजली की तेज गडगडाहटों के साथ जोरदार बारिश होनी शुरु हुई. रात करीब 1 बजे के आसपास आसमान पूरी तरह से काल घने बादलों से भर गया और कानफाडू गर्जना के साथ बिजलियां कडकने लगी. इसके साथ ही तेज हवाएं चलते हुए जमकर पानी बरसना शुरु हुआ. ऐसे में आसमानी गाज का जबर्दस्त छोर सुनकर अपने-अपने घरों में सोए हुए लोगबाग नींद से जाग गए और जब उन्होंने अपने घरों से बाहर झांककर देखा, तो तेज हवाओं की सांय-सांय और आसमानी गाज की जोरदार गर्जना के साथ होती जबर्दस्त बारिश को देखकर लगभग सभी की रुह काप गई और अगले करीब ढाई से तीन घंटे तक जलप्रलय आने का ऐहसास होता रहा. इस दौरान कई स्थानों पर तेज हवाओं के चलते पेड उखडकर गिर पडे. जिसकी वजह से बिजली के तार बडे पैमाने पर क्षतिग्रस्त हुए और लगभग सभी स्थानों पर विद्युत आपूर्ति ठप हो गई. ऐसे में चारो ओर घनघोर व घुप अंधेरा छा गया. जिसकी वजह से आसमानी बिजली की चमक और भी प्रखर दिखाई देने लगी. साथ ही तेज हवाओं व बारिश की भयावहता भी काफी अधिक महसूस होने लगी. ऐसे में शहर सहित जिलावासियों ने पूरी रात उपर वाले को याद करते हुए जैसे-तैसे काटी.
शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात एक तरह से जलजले का अनुभव होने के बाद रविवार की सुबह इस बेमौसम बारिश व तेज आंधी तूफान की वजह से शहर सहित जिले में चहूंओर हुए नुकसान का जायजा लेना शुरु किया गया, तो पता चला कि, अमरावती व भातकुली तहसील में करीब 300 घरों का नुकसान हुआ है. इसके अलावा जिले के अन्य तहसील क्षेत्रों में लगभग 650 घरों का पूर्णत: व अंशत: नुकसान हुआ. साथ ही शहर सहित जिले में जगह-जगह पर तेज हवाओं के चलते बडे-बडे पेड जड से उखडकर जमीन पर गिर पडे. जिसकी वजह से बिजली के खंबों व बिजली के तारों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ. कई स्थानों पर बिजली के तार टूटने के साथ-साथ बिजली के खंबे पूरी तरह से झूक गए. जिसके चलते रविवार को लगभग सभी इलाकों में कई घंटों तक विद्युत आपूर्ति ठप रही. ऐसे में महावितरण ने स्थानीय प्रशासन का सहयोग लेते हुए रास्ते पर उखडकर गिर पडे पेडों की टहनियों को हटाने के साथ ही विद्युत तार व पोल की दुरुस्ती का काम शुरु किया. जिसके चलते रविवार की शाम तक कुछ इलाकों में विद्युत आपूर्ति बहाल हुई. लेकिन अब भी शहर के कुछ इलाकों सहित कई ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति ठप है.
* 5 परिवार स्थलांतरीत, 5 जानवरों व 1500 मूर्गियों की मौत
शनिवार व रविवार की दरम्यानी रात अकस्मान ही शुरु हुई बारिश की वजह से हर ओर जलजमाव वाली स्थिति बन गई और निचली बस्तियों में बारिश का पानी जा घुसा. साथ ही तेज आंधी-तूफान व जोरदार बारिश की वजह से कई पक्के व कच्चे मकानों का अंशत: व पूर्णत: नुकसान हुआ. ऐसे में स्थानीय प्रशासन द्बारा 5 परिवारों को तुरंत स्थलांतरीत किया गया. जानकारी के मुताबिक जिले में 38 घरों का पूर्णत: व 181 घरों का अंशत: नुकसान हुआ है. साथ ही हर्षाजनित हादसों की वजह से 5 जानवरों व 1500 मूर्गियों की मौत हुई है.
* 1200 हेक्टेअर कृषि क्षेत्र प्रभावित
जिला प्रशासन द्बारा किए गए पंचनामे के मुताबिक इस आंधी-तूफान व बेमौसम बारिश की वजह से अमरावती तहसील में 236 हेक्टेअर, भातकुली तहसील में 2.24 हेक्टेअर, तिवसा तहसील में 75 हेक्टेअर, मोर्शी तहसील में 30 हेक्टेअर, धामणगांव तहसील में 92 हेक्टेअर, चांदूर रेल्वे तहसील में 343 हेक्टेअर, नांदगांव खंडेश्वर तहसील में 50 हेक्टेअर, अंजनगांव सुर्जी तहसील में 218 हेक्टेअर व चांदूर बाजार तहसील में 84 हेक्टेअर ऐसे कुल 1153.94 हेक्टेअर क्षेत्र में गेहूं, प्याज, मूंगफली, तिल्ली, सागसब्जी, ज्वारी, केला व संतरा की फसले बर्बाद हुई है.
* नदी-नालों में आयी बाढ, जगह-जगह पर जलजमाव
इस बेमौसम बारिश की वजह से जिले के लगभग सभी नदी-नालों में जलस्तर बढना शुरु हो गया और कई स्थानों पर बाढ सदृश्य हालात बनने के साथ ही सडकों पर बने पुलों के उपर से बाढ का पानी बहने लगा. इसके साथ ही खेल के मैदानों व खुली जगहों के साथ-साथ खेतों में जलजमाव वाली स्थिति बन गई. जिसके चलते खेत और मैदान तालाब बने नजर आने लगे. इसके अलावा अंजनगांव बारी, पार्डी मार्ग पर पानी के तेज बहाव की वजह से तेलाई माता पूल बह गया. साथ ही निदानजी महाराज रेल्वे पुल बाढ की चपेट में आ गया. जिसकी वजह से क्षेत्र के गैबीशाह तालाब व कौंडेश्वर तालाब ओवर फ्लो हो गए.
* इर्विन अस्पताल व रेल्वे स्टेशन में घुसा बाढ का पानी
– दोनों रेल्वे अंडर पास भी पानी से लबालब भरे
शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि से रविवार के तडके तक हुई जोरदार बारिश की वजह से स्थानीय जिला सामान्य अस्पताल सहित अमरावती व बडनेरा रेल्वे स्टेशनों में बाढ व बारिश का पानी जा घुसा. जिसकी वजह से सरकारी अस्पताल व स्टेशन के भीतर जगह-जगह पानी भरा दिखाई दिया. जिसके चलते यहां पर लोगों को काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडा. इसके साथ ही राजापेठ व नवाथे परिसर में बनाए गए रेल्वे अंडरपास में भी बारिश का पानी जा घुसा. जिसकी वजह से काफी समय तक इन दोनों रेल्वे अंडरपास में यातायात बाधित रहा.
* तहसील व ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर हालत खराब
29 व 30 अप्रैल की दरम्यानी रात तेज आंधी-तूफान व बेमौसम बारिश होने का सबसे अधिक नुकसान व प्रभाव जिले के तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों में देखा गया. जहां पर तेज आंधी-तूफान की वजह से कई कच्चे-पक्के मकानों के छप्पर व टीन उड गए. साथ ही तेज हवाओं व मूसलाधार बारिश के चलते कई घरों की दीवारें ढह गई. जिसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में तेज हवाओं व बेमौसम बारिश की वजह से पशुधन का नुकसान होने के साथ-साथ खेती-किसानी का भी जमकर नुकसान हुआ. इसके अलावा इस बेमौसम बारिश की वजह से आम जनजीवन भी बडे पैमाने पर अस्त-व्यस्त हुआ है.
* जिलाधीश ने किया नुकसान प्रभावित इलाकों का दौरा
– पंचनामें की प्रक्रिया तत्काल पूरा करने के दिए निर्देश
बेमौसम बारिश से जिले के विभिन्न इलाकों में घरों व खेतों का बडे पैमाने पर नुकसान होने की जानकारी मिलते ही जिलाधीश पवनीत कौर ने अंजनगांव बारी, भानखेडा व पोहरा सहित विविध आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. साथ ही बेमौसम बारिश की वजह से हुए नुकसान का प्रत्यक्ष जायजा लेते हुए अपने अधिनस्त अधिकारियों को पंचनामें की कार्रवाई जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश भी दिए. इस समय जिलाधीश पवनीत कौर ने कई नुकसान प्रभावित किसानों से संवाद साधते हुए उनकी समस्याओं व दिक्कतों को भी जाना. इस समय जिलाधीश पवनीत कौर के साथ तहसीलदार संतोष काकडे, जिला अधीक्षक कृषि अधीक्षक राहुल सातपुते सहित गटविकास अधिकारी एवं संबंधित राजस्व, कृषि व पंस अधिकारी भी उपस्थित थे.

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