अमरावतीमहाराष्ट्र

जिला शल्यचिकित्सक ने डॉक्टर और नर्स के बयान किए दर्ज

धारणी उपजिला अस्पताल में आदिवासी माता की मृत्यु का मामला

* अकोला स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय की समिति की उपस्थिति
* प्रसुता का शव मच्युरी में, मृत शिशु को लेकर पिता ने पेड नीचे बिताई रात
* डॉक्टरों की लापरवाही फिर एकबार उजागर
धारणी/दि.4-धारणी उपजिला ग्रामीण अस्पताल में प्रसुति दौरान हुई वंदना कास्देकर की मृत्यु प्रकरण में सच्चाई सामने आई है. वंदना की प्रसुति फर्श पर होने की बात स्पष्ट होने के बाद डॉक्टरों की लापरवाही और निर्ममता फिर एकबार उजागर हुई है. वंदना की मृत्यु के बाद पुलिस ने पंचनामा होते ही उसका शव मर्च्युरी में रखा और मृत शिशु को वंदना के पति दिलीप को सौंपा गया. पूरी रात मृत शिशु को लेकर पेड नीचे बैठे रहे, ऐसा दिलीप कास्देकर ने बताया.

3 जून को अमरावती में जिला शल्यचिकित्सक ने धारणी उपजिला ग्रामीण अस्पताल के संबंधित डॉक्टर, नर्स के बायान दर्ज किए है. इस समय अकोला स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय की समिति भी उपस्थित रही. वंदना दिलीप कास्देकर 26, पोटलीवाला, धारणी, यह मृतक का नाम है. तथा शिकायतकर्ता पति का नाम दिलीप कास्देकर है. दिलीप कास्देकर की शिकायत के अनुसार उनकी पत्नी 9 महीने की गर्भवती थी. वंदना को प्रसव पीडा शुरु होने से दिलीप ने वंदना को शुक्रवार की दोपहर हरिसाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया. वंदना का हीमोग्लोबीन केवल 8 रहने से उसे रक्त की आवश्यकता थी. किंतु ड्यूटी पर रहने वाले डॉक्टरों ने उसे रक्त नहीं दिया. तथा उसे अमरावती में डफरीन अथवा सुपर स्पेशालिटी में रेफर करने की मांग खारिज की. वंदना की हालत बिगडते देख उसे सीधे धारणी उपजिला अस्पताल में रात 8 बजे रेफर किया, जहां वंदना ने बच्चे को जन्म दिया, किंतु दस मिनट में ही नवजात की मौत हो गई और वंदना की हालत भी बिगडने से उसकी भी मौत हो गई. उपजिला अस्पताल में प्रसुति के दौरान आदिवासी माता और नवजात की मृत्यु होने से यह प्रकरण गरमाया. दौरान यहां के डॉक्टरों ने वंदना को नीचे फर्श पर उसकी प्रसुति करने का मामला उजागर हुआ है. प्राप्त जानकारी के अनुसार उपजिला अस्पताल में प्रसुति वार्ड में दो बेड है. शुक्रवार को इन दोनों बेड को कलरिंग करने से डॉक्टरों ने फर्श पर वंदना की प्रसुति करने से नागरिकों में रोष निर्माण हुआ है. दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई नहीं होने से हताश शिकायतकर्ता वंदना के पति दिलीप ने धारणी उपजिला ग्रामीण अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही उजागर की है. वंदना की मृत्यु के बाद पुलिस ने पंचनामा होते ही उसका शव मर्च्युरी में रखा गया. और मृत शिशु को दिलीप को सौंपा गया. मृत शिशु को लेकर दिलीप पूरी रात पेड के नीचे बैठे रहे.

वहीं दूसरी ओर जहां अस्पताल में मरीजों के पशु जैसे हाल होने पर वंदना की मृत्यु के जिम्मेदार डॉक्टरों से अमरावती के एसी केबीन में पूछताछ हुई. अकोला स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय की समिति ने वंदना का इलाज करने वाले डॉक्टरों के बयान 3 जून को दर्ज किए. जल्द ही दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई होगी, ऐसी संभावना अकोला स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय समिति ने व्यक्त की है.

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