अमरावती

कोरोना काल में मजदूरों को रोजगार देने में जिला रहा अव्वल

मनरेगा अंतर्गत 95510 परिवारों को मिला काम

  • निधी खर्च में भी जिला रहा समूचे राज्य में सबसे आगे

अमरावती/दि. 25 – कोरोना संक्रमण काल के दौरान भी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु जिले में लगातार प्रयास हुए. जिसमें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत 95.51 मनुष्य दिन यानी 95 हजार 510 परिवारों को न्यूनतम 100 दिनों का रोजगार मिला. इस जरिये अमरावती जिला समूचे राज्य में सबसे अव्वल स्थान पर रहा. वहीं दूसरे स्थान पर रहनेवाले पालघर जिले में 46 हजार 610 परिवारों को ही रोजगार मिला. पहले व दूसरे स्थानवाले जिलों में मनुष्य दिन निर्मिती में काफी बडा फर्क है.
जानकारी के मुताबिक अमरावती जिले में वर्ष 2020-21 में इन कामों पर प्रशासन द्वारा 240 करोड 61 लाख 51 हजार रूपयों का खर्च हुआ. वहीं गोंदिया जिले में 133.01 करोड तथा पालघर जिले में 126.66 करोड रूपये मनरेगा के तहत खर्च हुए. इस तरह निधी खर्च करने के मामले में भी अमरावती जिला समूचे राज्य में अव्वल स्थान पर रहा. रोगायो के उपजिलाधीश राम लंके द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक वर्ष 2019-20 में 99.57 लाख मनुष्य दिवस का लक्ष्य तय किया गया था. जिसकी ऐवज में 70.62 लाख मनुष्य दिवस की निर्मिती हुई. वहीं जारी आर्थिक वर्ष में 24 मार्च 2021 तक 96.51 लाख मनुष्यबल की निर्मिती हुई, जो औसत उद्देश्य की तुलना में 114 फीसद है.

मग्रारोगायो में हुए काम

ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को उनके गांव में ही काम उपलब्ध हो, इस हेतु सीसीटी व डीसीटी रास्ते, खेत तालाब, ढलानवाले बांध, वन तालाब, वृक्षारोपण, रोपवाटिका, घरकूल, सिंचाई कुएं, रेशम बुआई, सार्वजनिक कुएं तथा जलसंवर्धन के काम उपलब्ध कराये जाते है. इसके तहत कोविड संक्रमण काल के दौरान अप्रैल 2020 में 19 हजार 346 तथा मई माह में 96 हजार 930 दैनिक मजदूरों की उपस्थिति थी.

अन्य योजनाओं के साथ नरेगा के 28 काम

मग्रारोगायो के अंतर्गत अन्य योजनाओं का समावेश करते हुए 28 प्रकार के काम किये जा रहे है. जिसमें शाला हेतु खेल के मैदान, सुरक्षा दीवार छत सहित बाजार चबुतरे, शालेय रसोई घर, नाला, मोरी निर्माण, गोदाम, सिमेंट कांक्रीट रास्ता, आरसीसी मुख्य निस्सारण प्रणाली, पेवर रास्ते, डामरी सडक, मैदानों के चहुंओर तार की बाढ, अंगनवाडी निर्माण, ग्राम पंचायत भवन, मत्स्य तालाब, खेत तालाब, नाला निर्माण, भूमिगत बांध, सिमेंट नाला बांध, गैबियन बांध, सामूहिक तबेले, श्मशान भूमि शेड जैसे करीब 148 काम 15 वें वित्त आयोग तथा विधायक निधी के जरिये किये जा रहे है.

मैं समृध्द तो गांव समृध्द संकल्पना

मैं समृध्द तो गांव समृध्द इस संकल्पना के तहत मग्रारोगायो के जरिये फलबागान तैयार करने का नियोजन किया गया है. जिसके तहत जिन फलबागानों से आय हो सकती है, ऐसी ही प्रजाति के फल वृक्ष लगाये जायेंगे. इस हेतु वर्ष 2021-22 के लिए 4 हजार 393 करोड का जिला लेबर बजट व कृति प्रारूप तैयार किया गया है. जो गत वर्ष की तुलना में ढाईगुना अधिक है. ऐसी जानकारी दी गई है.

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  • कोरोना की स्थिति को देखते हुए नागरिकों को उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने हेतु बडे पैमाने पर विकास काम शुरू किये गये है और अधिक से अधिक रोजगार के अवसर निर्माण करने हेतु सूक्ष्म नियोजन किया गया है. साथ ही अगले वर्ष मनरेगा के जरिये भरपुर रोजगार उपलब्ध कराने हेतु 4 हजार 393 करोड रूपयों का कृति प्रारूप व लेबर बजट तैयार किया गया है.
    – यशोमति ठाकुर
    पालकमंत्री अमरावती जिला

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