अमरावती

जिले में चहूंओर झमाझम, अप्पर वर्धा सहित पूर्णा बांध के दरवाजे खुले

हर ओर पानी ही पानी, नदी और नालों में आया उफान

* खेत खलिहानों व गांवों में घुसा बाढ व बारिश का पानी
* कई गांवों का आपसी संपर्क टूटा, जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त
अमरावती/दि.22 – विगत 48 घंटों से अमरावती शहर सहित जिले मेें चहूंओर झमाझम बारिश हो रही है. जिसके चलते हर ओर पानी ही पानी दिखाई दे रहा है तथा कई स्थानों पर जलजमाव एवं बाढ वाले हालात बन गए है. अमरावती जिले के सबसे बडे बांध अप्पर वर्धा प्रकल्प के जलग्रहण क्षेत्र में भी विगत 48 घंटों से जोरदार बारिश होने के चलते बांध में पानी की आवक लगातार बढ रही है. ऐसे में बांध में जलस्तर तेजी के साथ उंचा उठ रहा है. जिसे ध्यान में रखते हुए बीती रात ही बांध के 13 में से 11 दरवाजों को खोलकर 50 सेमी खोल कर बांध से प्रतिसेकंड 529 घनमिटर जलविसर्ग किया जा रहा है. इसके अलावा चांदूर बाजार के विश्रोली स्थित पूर्णा मध्यम प्रकल्प में भी पानी की लगातार होती आवक एवं तेजी से बढते जलस्तर को देखते हुए बांध के 9 में से 5 दरवाजों को 15 सेंटीमिटर तक खोलकर प्रतिसेकंड 51.24 घनमिटर पानी का विसर्ग किया जा रहा. जिसके चलते दोनों ही बांधों से जुडी नदियों तथा वर्धा एवं पूर्णा नदी से जुडे सभी छोटे-बडे नालों में अचानक ही उफान आ गया है.
बता दें कि, अप्पर वर्धा बांध में जलस्तर की निर्धारित क्षमता 342.50 मीटर रखी गई है और इस समय तक बांध में 340.50 मीटर तक जलस्तर पहुंच चुका है जिसके चलते बांध में इस समय 70 ुफीसद जलसंग्रहण हो चुका है. वहीं सतपुडा के पहाडी क्षेत्र में हो रही झमाझम बारिश के चलते अप्पर वर्धा बांध में पानी की लगातार आवक हो रही है. जिसके चलते बांध का जलस्तर लगातार उंचा उठ रहा है. जिसे देखते हुए अप्पर वर्धा बांध प्रशासन द्बारा बांध के 13 में से 11 दरवाजों को खोलकर जलनिकासी करनी शुरु कर दी है. इस संदर्भ में जानकारी देते हुए सिंचाई विभाग की उपविभागीय अभियंता मनाली नंदागवली एवं सहायक अभियंता गजानन साने एवं सुयोग वानखडे द्बारा बताया गया है कि, 31 जुलाई तक अप्पर वर्धा बांध में 341.18 मीटर का जलस्तर रहना तय किया गया है और इस स्तर तक 20 जुलाई तक ही पानी पहुंचने लगा है. साथ ही इस समय बांध में पानी की लगातार आवक हो रही है. इसके चलते जलस्तर और भी उंचा जा सकता है. जिसके चलते जलस्तर को नियंत्रण में रखने हेतु बांध से जलनिकासी शुरु करने का निर्णय लिया गया है.
वहीं दूसरी ओर चांदूर बाजार तहसील के विश्रोली स्थित पूर्णा मध्यम प्रकल्प में इस समय 348.44 मिटर तक जलस्तर पहुंच गया है और बांध में 21.18 दलघमी जलसंग्रहण हो चुका है, जो बांध की कुल संग्रहण क्षमता की तुलना में 59.88 फीसद है. साथ ही बांध के जलसंग्रहण क्षेत्र में शामिल रहने वाले विश्रोली में 18 मिमी, सावलमेंढा में 40 मिमी, भैसदेही मेें 30 मिमी व बापजई में 20 मिमी बारिश विगत 24 घंटे के दौरान हुई है. जिसके चलते बीते 24 घंटे के दौरान बांध में 3 दलघमी पानी की आवक हुई है. इसके मद्देनजर बांध के 9 में से 5 दरवाजों को 15 सेमी तक खोलकर पूर्णा नदी में प्रतिसेकंड 51.24 घनमिटर पानी छोडा जा रहा है. इस जरिए विगत 24 घंटों के दौरान पूर्णा मध्यम प्रकल्प से पूर्णा नदी में 3.15 दलघमी पानी छोडा जा चुका है. जिसके चलते पूर्णा नदी में बाढ आ गई है और इस बाढ की वजह से चिंचोली, गौरखेडा व मार्कंडा गांवों का अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है. साथ ही कई स्थानों पर बाढ का पानी नदी पर बने पुलों के उपर से होकर बह रहा है. जिससे रास्तों पर वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है.
* बगाजी सागर के भी 19 दरवाजे खुले
धामणगांव रेल्वे तहसील के वरुड बगाजी गांव के निकट निम्न वर्धा प्रकल्प के बगाजी सागर बांध में 21 जुलाई की शाम 6 बजे तक जलस्तर 282.60 मीटर तक पहुंच गया था और बांधमें 67.08 फीसद जलसंग्रहण हो चुका था. इसके साथ ही बांध में पानी की लगातार आवक हो रही थी. इसे देखते हुए आज सुबह 10 बजे के आसपास बगाजी सागर बांध के 31 में से 9 दरवाजों को 3 सेंटी मीटर तक खोलते हुए वर्धा नदी में प्रतिसेकंड 500 घनमीटर पानी की निकासी करना शुरु किया गया. उपरोक्त जानकारी देने के साथ ही प्रकल्प के उपविभागीय अभियंता पवन पांढरे ने वर्धा नदी के किनारे रहने वाले गांवों के लिए सतर्कता की चेतावनी भी जारी की.

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