अमरावतीमहाराष्ट्र

वैश्विक बाजार के दरवाजे खुले …

लासलगांव की मिर्ची अब सीधे लंदन- दुबर्ठ भेज रहे

* 77 करोड 7 लाख 75 हजार रूपए का हुआ कारोबार
नाशिक/दि.28– नाशिक जिले की लासलगांव कृषि उपज मंडी, एशिया की सबसे बडी प्याज मंडी के नाम से जानी जाती है. मंडी समिति ने प्याज के निर्यात तक खुद को सीमित न रखते हुए अंगूर व हरी मिर्ची पर ध्यान केंद्रित किया है. खानगांव के समीप लासलगांव मंडी समिति ने हरी मिर्ची के खरीदी केन्द्र शुरू कर यहां कि किसानों के लिए वैश्विक बाजार के दरवाजे खोल दिए है. वर्तमान में इस मंडी से लंदन, दुबई सहित पांच देशों में मिर्ची का निर्यात किया जा रहा है. इसका फायदा किसानों को मिलता दिखाई दे रहा है. गत पांच साल में खानगांव स्थित इस खरीदी केन्द्र पर 8 लाख 74 हजार 462 क्विंटल मिर्ची व हरी सब्जी की आवक हुई है. इसके माध्यम से 167 करोड 38 लाख 14 हजार रूपए का कारोबार हुआ है. इसमें दो लाख 91 हजार 602 क्विंटल मिर्ची की बिक्री हुई है. मिर्ची से 77 करोड 7 लाख 75 हजार रूपए का कारोबार हुआ है. इस बाजार का निफाड व चांदवडसहित नांदगाव, येवला, वैजापुर तहसील के किसानों को लाभ मिल रहा है.

* ऐसे हुई खरीदी केन्द्र की शुरूआत
वर्ष 2002 में लासलगां बाजार समिति ने खानगांव के समीप कामचलाउ खरीदी र्केन्द्र शुरू किया था. शुरूआत में अंगूर की नीलामी शुरू हुई है. लेकिन 2014 में निफाड तहसील में बेमौसम बारिश और ओले गिरने के बाद किसानों प्याज के बजाय हरी मिर्ची पर अपना ध्यान केन्द्रित किया. सारोले खुुर्द गांव से इसकी शुरूआत हुई. कुछ दिनों में मिर्ची की बुआई का विस्तार हो गया. इसकी बिक्री किे लिए स्वतंत्र बाजार की आवश्यकता महसूस की गई.

* मुंबई, पुणे, छत्रपति संभाजी नगर से बिक्री के लिए आती मिर्ची
किसानों की मांग पर मिर्ची के लासलगांव मंडी समिति ने खानगांव के लिए समीप खरीदी केन्द्र की स्वतंत्र व्यवस्था की. वर्तमान में खानगांव का यह केन्द मुंबई, पुणे, छत्रपति संभाजी नगर, नाशिक, नंदुरबार के प्रमुख मिर्ची व्यापार केंद्र के साथ जोडा गया. यहां पर तीखी लवंगी मिर्ची, सादी मिर्ची, फाइव स्टार होटल के लिए उपयोग में आनेवाली विविध रंगों की शिमला मिर्ची की बडे पैमाने पर बिक्री हो रही है.

सीधे बिक्री का मिला अवसर
मंडी अधिकारियों ने बताया कि, अब यह कृषि उत्पादन केवल हमारे देशांतर्गत बाजार तक सीमित रहने के बजाय सीधे लंदन, दुबई, कतर, ओमान, जर्मनी तक पहुंचना शुरू हो गया है. इससे किसानों को अपना कृषि उत्पादन स्थानीय सहित विदेशी बाजार में बिक्री करने का अवसर मिला है.

उत्पादक, व्यापारी और मजदूरों के लिए सुविधा निर्माण करने का प्रयास मंडी समिति के माध्यम से लगातार किा जा रहा है. इसके लिए साढे तीन हेक्टेयर जमीन का संपादन करने के लिए संचालक मंडल के माध्यम से सरकार स्तर पर प्रयास किया जा रहा है.
– डी.के.् जगताप,
सभापति, कृषि उपज मंडी
समिति, लासलगांव

 

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