अमरावती

राजधानी मुंबई से उपराजधानी नागपुर को जोडने का सपना हो गया साकार

701 किमी. की 8 लेन कांक्रीट सडक

* नागपुर से शिर्डी तक केवल 4.30 घंटे का रहेगा सफर
* मुंबई तक 25 टोलनाके रहेंगे
* पीएम मोदी के हाथों 11 को होगा लोकार्पण
अमरावती/दि.6– नागपुर से मुंबई तक महाराष्ट्र राज्य का सबसे बडा महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट समृद्धि महामार्ग का नागपुर से शिर्डी का प्रथम चरण काम पूर्ण हो गया हैं. इस समृद्धि महामार्ग का लोकार्पण आगामी 11 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने जा रहा हैं. इसी को देखते ेहुए दो दिन पूर्व राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर से शिर्डी तक 520 किमी. का सफर समृद्धि महामार्ग से कर ट्रायल लिया. इस महामार्ग का लोकार्पण होते ही राजधानी मुंबई को उपराजधानी नागपुर से जोडने का यह सपना तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख व्दारा जो देखा गया था वह देवेंद्र फडणवीस ने साकार किया हैं. नागपुर से शिर्डी के इस प्रथम चरण के लोकार्पण के साथ विदर्भ के विकास को गति मिलेगी.
जानकारी के मुताबिक स्व. विलासराव देशमुख ने मुख्यमंत्री रहते मुंबई से नागपुर तक समृद्धि महामार्ग की संकल्पना रखी थी. स्व. देशमुख व्दारा देखे इस सपने को वर्ष 2014 में राज्य में सत्ता में आई भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री रहे देवेंद्र फडणवीस ने अपनी इच्छशक्ति से साकार करने के प्रयास शुरु किए और इसे मुहूर्त रुप देने काई कसर बाकी नहीं रखी. नागपुर से मुंबई तक 701 किमी. के इस प्रोजेक्ट को शुरु किया गया और अब पहले चरण का नागपुर से शिर्डी 520 किमी. का काम पूरा हो गया हैं और आगामी 11 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्दारा इसका लोकार्पण किया जा रहा हैं. विदर्भ के नागपुर, वर्धा, अमरावती, वाशिम, बुलढाणा जिलों को प्रत्यक्ष रुप से इस समृद्धि का लाभ मिलेगा. साथ ही यवतमाल, अकोला समेत पश्चिम विदर्भ के जिलों को भी इसका लाभ मिलने वाला है और विकास को भी गति मिलेगी. विदर्भ का अधिकांश क्षेत्र कृषि पर आधारित रहने से इस समृद्धि महामार्ग से किसानों का माल कुछ ही घंटों में मुंबई जैसे बाजारों तक पहुंचाने में सुविधा रहेगी. वर्तमान में राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के प्रयासों से यह कार्य पूर्ण हो पाया हैं. नागपुर से मुंबई तक इस समृद्धि महामार्ग से केवल 8 घंटे में पहुंचा जाएगा, वहीं शिर्डी तक साढे चार घंटे में सफर पूर्ण होगा. मुंबई से इस समृद्धि महामार्ग पर 11 जिले और 392 गांव आते हैं.

* गिनिज बुक में दर्ज होगा समृद्धि महामार्ग का नाम
नागपुर से मुंबई तक 701 किमी. के इस समृद्धि महामार्ग का नाम लोकापर्ण के पूर्व गिनिज बुक ऑफ रेकार्ड में दर्ज किया जाने वाला हैं. इस समृद्धि महामार्ग को हिंदू हृदयसम्राट बालासाहब ठाकरे नाम दिया गया हैं. 701 किमी. की इस महत्वाकांक्षी परियोजना को 55335.34 करोड रुपए लागत से पूर्ण किया जा रहा हैं.

* आपतकालीन सेवा रहेगी उपलब्ध
समृद्धि महामार्ग के लोकार्पण के बाद यहां 13 गश्ती वाहन आपतकालीन सेवा के लिए तैयार रहेंगे. 15 एम्बुलेंस और 15 रैपिड रिस्पांस वाहनों की तैनाती रहेगी और 25 टोलप्लाजा नाके इस समृद्धि महामार्ग पर रहेंगे. मुंबई तक 701 किमी. का सफर पूर्ण करने हर वाहन को 900 रुपए टोल नाके पर अदा करने होंगे.

 

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