शहर में 610 लाभार्थियों के घर का सपना लटका अधर में
पीएम आवास योजना के काम 6 वर्ष बाद भी नहीं हुए पूरे
* 13 में से 9 रिहायशी प्रकल्प का काम पडा है अधूरा
अमरावती/दि.10– अमरावती मनपा क्षेत्र में वर्ष 2018 से प्रधानमंत्री आवास योजना शुरु की गई थी. जिसके तहत 13 रिहायशी संकुलों के निर्माण का काम प्रस्तावित किया गया था. परंतु इन 6 वर्षों के दौरान केवल 4 रिहायशी संकुलों के काम ही पूरे हो पाये है. जिसके तहत केवल 250 आवास बनकर तैयार हुए है और संबंधित लाभार्थियों को आवंटित किये गये है. वहीं शेष 9 आवासी संकुलों का निर्माण अब भी अधर में लटका हुआ है. जिसकी वजह से उन आवासी संकुलों में घरकुल मिलने हेतु अग्रीम बुकिंग कर चुके लोगों का खुदका घर बनने का सपना अब तक साकार नहीं हो पाया है. साथ ही जिस रफ्तार से अमरावती मनपा क्षेत्र में पीएम आवास योजना का काम चल रहा है, उसे देखते हुए यह भी तय नहीं है कि, निश्चित तौर पर कब तक इन रिहायशी प्रकल्पों का काम पूरा हो पाएंगा.
बता दें कि, पीएम आवास योजना के तहत वर्ष 2017-18 में अमरावती मनपा क्षेत्र अंतर्गत 13 अलग-अलग स्थानों पर रिहायशी संकुल बनाने का काम शुरु किया गया है और इस काम का ठेका मुंबई की एक कंपनी को दिया गया था. इसके तहत कुल 860 फ्लैट बनाये जाने थे, जिनकी लागत लगभग 61 करोड रुपयों के आसपास थी. साथ ही इस काम को पूरा करने के लिए 2 साल यानि 24 माह की अवधि तय की गई थी. परंतु तय अवधि के भीतर संबंधित कंपनी द्वारा यह काम पूरा नहीं किया जा सका. इसके चलते मनपा द्वारा ठेकेदार कंपनी को अब तक करीब 6 बार नोटीस जारी की जा चुकी है. हालांकि इन 6 माह के दौरान म्हसला-21 एफ व म्हसला-22 सहित निंभोरा और बडनेरा 10/3 इन चार स्थानों पर पीएम आवास योजना के तहत रिहायशी प्रकल्पों का काम पूरा हो चुका है. वहीं बडनेरा, नवसारी, नवसारी, गंभीरपुर, तारखेडा में 1-1, बेनोडा में 2 तथा रहाटगांव में 3 आवासी प्रकल्पों का काम विगत 6 वर्षों से अधूरा पडा हुआ है.
* कंपनी बदलने पर किया जा रहा विचार
इस संदर्भ में मनपा आयुक्त देवीदास पवार से जानकारी व प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर उन्होंने बताया कि, फिलहाल काम कर रही कंपनी को काम में हो रही देरी के चलते लगभग 6 बार नोटीस जारी की जा चुकी है. लेकिन इसके बावजूद कंपनी की ओर से न तो कोई समाधानकारक जवाब आया है और न ही आवासी प्रकल्पों के काम में कोई तेजी ही आयी है, ऐसे में अब मनपा प्रशासन द्वारा पीएम आवास योजना की ठेकेदार कंपनी को ही बदलने पर विचार विमर्श किया जा रहा है.
* कई लाभार्थियों ने अपनी डिमांड राशि ली वापिस
बता दें कि, पीएम आवास योजना के तहत बनाये जाने वाले 1बीएचके फ्लैट की कीमत 8 से 11 लाख रुपयों के आसपास होती है. जिसमें से सरकार द्वारा 2.50 लाख रुपयों का अनुदान दिया जाता है. साथ ही शेष राशि लाभार्थी को भरनी होती है. जिसके तहत लाभार्थी को सबसे पहले 49 हजार रुपए की डिमांड राशि अदा करनी होती है. जिसके बाद किश्त भरना शुरु करना पडता है. जिसके चलते कई लाभार्थियों ने डिमांड राशि भरने के साथ ही एक या दो किश्ते भी अदा कर दी. लेकिन उनके आवासिय प्रकल्प का काम शुरु नहीं होने की वजह से वे भी काफी परेशान हो गये है. जिसके चलते कुछ लाभार्थियों ने अपनी डिमांड राशि वापिस ले ली है और अपना दावा पीछे ले लिया है. वहीं कुछ नये लोगों ने डिमांड राशि जमा कराई है.
* अधूरे पडे है काम
प्रकल्प आवास क्षेत्र
बडनेरा 64
नवसारी 96
रहाटगांव (199/3) 48
रहाटगांव (116/2) 32
रहाटगांव (127/2) 86
गंभीरपुर 48
तारखेडा 60
बेनोडा (26) 80
बेनोडा (27/2) 96