गोबर के कीडे गोबर में ही रहते है
भाजपा को लेकर पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने दिया विवादास्पद बयान
प्रतिनिधि/दि.१७
अमरावती-कर्नाटक व मध्यप्रदेश में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद अब राजस्थान में बडी तेजी से राजनीति करवट बदल रही है. इन्हीं राजनीतिक हालात के मद्देनजर राज्य की महिला व बालकल्याण मंत्री तथा अमरावती की जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने कहा है कि, कर्नाटक व मध्यप्रदेश के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान को अपनी गंदी राजनीति का शिकार बनाया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, गोबर का कीडा गोबर में ही रहता है, कुछ ऐसी ही हालत भाजपा की है. भाजपा को केंद्र सरकार में स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता मिली है, qकतु इसके बावजूद भाजपावालों में सत्ता की लालसा कम नहीं हुई और वे अलग-अलग राज्यों की सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे है. पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर के इस विवादास्पद बयान को लेकर अमरावती जिले सहित समूचे राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया है. साथ ही भाजपा की ओर से इस बयान का कडा विरोध किया जा रहा है. जिसके चलते अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. बता दें कि, शुक्रवार १७ जुलाई को जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. जिसमें उन्होंने ‘फोडा-फोडी‘ वाली राजनीति के लिए भाजपा को जमकर आडे हाथ लिया. इस वीडियो में पालकमंत्री एड. ठाकुर ने कहा कि, लोगबाग राजस्थान में जारी राजनीतिक अस्थिरता के चलते हमसे सवाल पूछते है कि, अब महाराष्ट्र में नया होगा. ऐसे लोगोें को हम बताना चाहते है कि, महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार पूरी तरह से स्थिर है. साथ ही महाराष्ट्र ने देश के सामने एक नया फाम्र्यूला रखा है, जो बेहतरीन रहने के साथ ही दीर्घकालीक भी है. ऐसे में यदि किसी ने हमारी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया तो उसे ब्नशा नहीं जायेगा और ऐसे लोगों ने यह ध्यान रखना चाहिए कि, उनका पाला हमसे पडा है. पालकमंत्री एड. ठाकुर के मूताबिक यद्यपि वे गांधीवादी है, किंतु अब भाजपा की दादागिरी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. पालकमंत्री एड. ठाकुर के मुताबिक वे संत तुकाराम की अनुयायी है और अपशब्दों का प्रयोग करनेवाले लोगोें के सिर पर लाठी कैसे मारनी है, यह हम अच्छे से पता है. ऐसे में भाजपाईयों ने यह बात हमेशा याद रखनी चाहिये कि, उनका पाला कांग्रेसियों और यशोमति ठाकुर से पडा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जिन लोगों को अपने साथ लेकर घूम रहे है, वे सभी बाहर से आये हुए लोग है और इस समय भारतीय जनता पार्टी टूट की कगार पर है.क्योकी भाजपा के १०५ विधायकों में से कई लोग तो हमारी पार्टी से ही भाजपा में जाकर चुने गये और वे बहुत जल्द हमारे पास वापिस भी आ जायेंगे. उन्होंने यह दावा भी किया कि, इस समय ऐसे कई लोग उनके (कांग्रेस) के संपर्क में है. अगर उनकी जानकारी सामने आ गयी, तो राज्य की राजनीति में काफी बडा भूचाल आ सकता है. अपने दामन में झांकें पालकमंत्री ठाकुर – भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सूर्यवंशी ने भी जारी किया वीडियो जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के कुछ देर बाद ही भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रा. दिनेश सूर्यवंशी का एक लिखित बयान और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होना शुरू हो गया. इस बयान और वीडियो के जरिये प्रा. दिनेश सूर्यवंशी ने पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर को सलाह दी है कि, वे पहले अपने दामन में झांकें और अपनी लगातार खीसकती हुई जमीन को संभाले. प्रत्युत्तर में जारी किये गये इस वीडियो में भाजपा की ओर से प्रा. दिनेश सूर्यवंशी ने कहा कि, विगत तीन चुनाव से एड. यशोमति ठाकुर का जनाधार लगातार खीसक रहा है और इस बार वे जैसे-तैसे चुनाव जीत पायी है. यशोमति ठाकुर की जीत को तीन उंगलियां कटाकर शाहिस्ता खान द्वारा अपनी जान बचाने के प्रयास की तरह बताते हुए प्रा. दिनेश सूर्यवंशी ने कहा कि, यशोमति ठाकुर अपने निर्वाचन क्षेत्र और अपने गृह जिले में ही अपनी राजनीतिक पकड नहीं बना पायी है, और दिल्ली में बैठे अपने आलाकमान को खुश करने के लिए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल रही है. पालकमंत्री ठाकुर के इस प्रयास को सूरज पर थूकने जैसा प्रयास निरूपित करते हुए प्रा. सूर्यवंशी ने कहा कि, इस समय तक पालकमंत्री एड. ठाकुर अमरावती जिले के कई हिस्सों तक पहुंच नहीं पायी है, जबकि जिले में कोरोना के साथ ही विकास कामों को लेकर स्थिति बडी विदारक है. लेकिन इस ओर ध्यान देने की बजाय पालकमंत्री ठाकुर राष्ट्रीय राजनीति को लेकर वीडियो जारी कर रही है. प्रा. सूर्यवंशी ने पालकमंत्री ठाकुर को यह सलाह भी दी कि, उन्होंने राज्य सरकार में विदर्भ सहित महिलाओं को सही ढंग से प्रतिनिधित्व करने की ओर ध्यान देना चाहिए. साथ ही प्रा. सूर्यवंशी ने यह दावा भी किया कि, राज्य की महाविकास आघाडी सरकार को गिराने के लिए भाजपा को कोई प्रयास करने की जरूरत नहीं है, बल्कि यह सरकार खुद अपने ही अंतर्कलह व अंतर्विरोध के चलते गिर जायेगी.