अमरावतीमहाराष्ट्र

आंगनवाडी केंद्रों में ‘जॉनी जॉनी येस पप्पा..’ की सुनाई देंगी गूंज

जिलाधिकारी कटियार के हाथों शुभारंभ

* उपक्रम चलाने वाला अमरावती राज्य का पहला जिला
अमरावती/दि.16-आंगनवाडी के बालकों को आनंददायी शिक्षा मिलें, बालकों के मन में निर्माण अंग्रेजी विषय का डर कम होने के साथ इस विषय में बचपन से ही रूचि निर्माण होने के लिए अब आंगनवाडी केंद्रों में अंग्रेजी के पाठ दिए जाएंगे. इस उपक्रम का शुभारंभ शिराला के आंगनवाडी केंद्र में जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने किया.

वर्तमान में अंग्रेजी शिक्षा समय की जरूरत बनी है. विविध विषयों की अधिकांश जानकारी अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है. आज की पीढी के बालक अंग्रेजी विषय में कम न पडे तथा इस भाषा को लेकर उनमें भय निर्माण न हो, इस उद्देश्य को सामने रखते हुए जिला परिषद के महिला व बालविकास विभाग इस साल से आंगनवाडी केंद्रों में अंग्रेजी पढाने का शुरु किया उपक्रम सराहनीय है, ऐसा जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने कहा.

एक महीने में दो कविता, कुछ परिचित शब्द, कुछ क्रियात्मक शब्द, तीन अल्फाबेट और दोन अंक ऐसा सरल अभ्यासक्रम आंगनवाउी सेविकाओं के लिए तैयार किया गया है. इसके लिए सभी पर्यवेक्षिकाओं एवं आंगनवाडी सेविकाओं को जिलास्तर पर प्रशिक्षण दिया गया है. यह जानकारी उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. कैलास घोडके ने दी. उपक्रम के शुभारंभ अवसर पर उपविभागीय अधिकारी अनिल भटकर, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.कैलास घोडके, तहसीलदार, बाल विकास प्रकल्प अधिकारी विलास दुर्गे, पर्यवेक्षिका आरती चिकटे तथा शिराला की आंगनवाडी सेविका, सहायिका बालकों के साथ उपस्थित थी.

सकारात्मक परिणाम दिखेगा
6 वर्ष आयु तक के बालकों का 90 प्रतिशत विकास होता है. इसलिए बालक किसी भी भाषा को आसानी से अवगत कर सकता है. इस उपक्रम से निश्चित ही सकारात्मक परिणाम दिखेगा, यह विश्वास जिलाधिकारी कटियार ने व्यक्त किया.

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