दर्यापुर/दि.10- दर्यापुर शेतकी जिनिंग अॅण्ड प्रेसिंग फैक्टरी यह संस्था विगत 8 से 10 वर्षो से बंद अवस्था में है. 5 वर्ष पूर्व इस संस्था के चुनाव निर्विरोध हुए थे. इस बार भी चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई तब 40 अलग-अलग नेताओं व कार्यकर्ताओं ने नामांकन दाखिल किए थे. लेकिन नामांकन पीछे लेने के अंतिम दिन चुनाव निर्विरोध होने की संभावना लग रही थी. लेकिन कुछ लोगों को चुनाव चाहिए थे. इस कारण 25 नामांकन रहने से अब बंद अवस्था में संस्था के चुनाव रविवार 11 जून को होने जा रहे है.
इस चुनाव में प्रमुख रूप से प्रगति पैनल की तरफ से गोकुल पाटिल भडांगे व विविध नेता विक्रम सिंह परिहार, रविंद्र उर्फ बालासाहेब वानखडे, रामभाउ साखरे, नरेश देशमुख, सुनील पाटिल बोंडे, मनीष पाटिल कोरपे, अनिल पाटील जळमकर, महिला आरक्षित में से पदमाताई गोकुल भडांगे, आशाताई साहेबराव जवंजाल, एसी आरक्षित में से श्रीराम नेहर, ओबीसी निर्वाचन क्षेत्र से महेंद्र पाटिल भाडे, व्हीजे एनटी निर्वाचन क्षेत्र से अनुराग प्रभाकर खेडकर ऐसे कुल 12 उम्मीदवार खडे है. अरूण पाटिल गावंडे उनके नेतृत्व मेें किसान पैनल द्बारा सर्वसाधारण निर्वाचन क्षेत्र से मधुसूदन ब्राम्हणकर, अजीत देशमुख, विनायक भडांगे, रामकृष्ण नवलकार, डॉ. अभय गावंडे, भास्कर साखरे, प्रशांत काले, महिला निर्वाचन क्षेत्र से योगिता कावरे, विजया भडांगे, अन्य पिछडे वर्ग प्रवर्ग से ओबीसी में से प्रवीण रामेश्वर कावरे, भटक्या जमाती निर्वाचन क्षेत्र से (एनटी )प्रमोद नांदुरकर , एससी निर्वाचन क्षेत्र से किसन इंगले उम्मीदार है. अरूण पाटिल गावंडे के इनके पैनल की ओर से खडे है. बंद अवस्था में संस्था होने पर उसे पूर्व पद पर लाने के लिए कोई भी आगे नहीं आया. किंतु चुनाव के लिए 50 नेता, कार्यकर्ता आगे आए है और आखिर बंद संस्था को फिर से गढ्ढे में ले जा रहे है. ऐसा ही कहना पडेगा. फिर भी जीतकर कोई भी आए परंतु एन.यु. देशमुख के पुतले की विडंबना नहीं होगी. इसका ध्यान प्रत्येक संचालक को जीतने के बाद रखना पडेगा. ऐसा मतदाताओं का कहना है.