चिखलदरा में नहीं दिख रहा थर्टी फर्स्ट का उत्साह
सैलानियों से की जाने वाली कर वसूली से सभी परेशान
* पुलिस विभाग के ‘टारगेट’ का भी सैलानियों पर बेवजह बोझ
चिखलदरा/दि.28 – क्रिसमस की छुट्टियों में जहां एक ओर महाराष्ट्र के कई पर्यटन स्थल सैलानियों से भरे पडे है. वहीं विदर्भ का एकमात्र पर्यटन स्थल चिखलदरा अब भी पर्यटकों की राह देख रहा है. पिछले एक हफ्ते से चल रही क्रिसमस की छुट्टी के बावजूद यहां पर सैलानियों की संख्या बेहद नगण्य है. जिसके बावजूद चिखलदरा में होटल व्यवसाय पूरी तरह से सुस्त पडा हुआ है. वहीं आगामी 31 दिसंबर के लिए भी माहौल काफी हद तक ठंडा दिखाई दे रहा है. स्थानीय होटल व्यवसायी व होटल ओनर्स एसो. के अध्यक्ष श्रीवर्धन करंडे के मुताबिक पर्यटकों की ओर से 31 दिसंबर के लिए इन्क्वायरी बेहद कम है. ऐसे में अभी से यह कयास लगाया जा रहा है कि, चिखलदरा में नववर्ष की पूर्व संध्या पर काफी हद तक उत्साह कम दिखाई देगा.
उल्लेखनीय है कि, 4-5 साल पहले तक 31 दिसंबर को नववर्ष की पूर्व संध्या मनाने के लिए बडी संख्या में पर्यटक चिखलदरा आया करते थे. जिन्हें होटलों में कमरे नहीं मिलने पर वे अपने फोरविलर वाहनों में ही सोकर रात बिताया करते थे. क्योंकि सभी होटलों में सारे रुम पहले से ही बुक हुआ करते थे. लेकिन धीरे-धीरे यह स्थिति बदल गई है और अब क्रिसमस की छुट्टियों सहित 31 दिसंबर वाली रात भी होटलों में ज्यादातर कमरे खाली पडे रहते है. इसकी मुख्य वजह चिखलदरा नगरपालिका सहित जगह-जगह पर की जाने वाली कर वसूली, पुलिस द्वारा की जाने वाली शराब जब्ती व चालान देने की कार्रवाई को कहा जा सकता है. जिसके चलते पर्यटक अब धीरे-धीरे इससे तंग आकर चिखलदरा आने से मुंह मोडने लगे है. बता दें कि, चिखलदरा आने वाले पर्यटकों से धामणगांव गढी के चेकपोस्ट पर एंट्री टैक्स लिया जाता है. फिर चिखलदरा में पालिका प्रशासन द्वारा भी एंट्री टैक्स वसूला जाता है. इसके अलावा फॉरेस्ट गार्डन व सेमाडोह में वनविभाग द्वारा तथा पार्किंग स्थल पर पालिका प्रशासन द्वारा रसीद देकर शुल्क वसूला जाता है. जगह-जगह पर होने वाली इस शुल्क वसूली से चिखलदरा आने वाले पर्यटक काफी हद तक झल्ला जाते है. वहीं जगह-जगह पर पुलिस द्वारा वाहनों की चेकिंग के नाम पर शराब की तलाशी की जाती है और किसी भी वाहन में शराब की एक-दो बोतल मिलने पर उसे जब्त भी कर लिया जाता है. साथ ही ऐसे वाहन चालकों को चालान के तौर पर दंड भी लगाया जाता है. जिसके चलते धीरे-धीरे लोगबाग अब थर्टी फर्स्ट की पार्टी मनाने हेतु चिखलदरा आने से डरने लगे है. यहीं वजह है कि, किसी समय क्रिसमस व थर्टी फर्स्ट के समय सैलानियों से भरा रहने वाला चिखलदरा अब सैलानियों के आने की राह देख रहा है. जिसके चलते स्थानीय प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा समय रहते इसकी ओर ध्यान दिये जाने की जरुरत है. अन्यथा यहीं स्थिति बरकरार रहने पर बहुत जल्द चिखलदरा यह सैलानियों के पसंदीदा पर्यटन स्थलों की सूची से गायब हो जाएगा.
इस संदर्भ में होटल ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीवर्धन करंडे द्वारा बहुत जल्द जिले की सांसद नवनीत राणा व क्षेत्र के विधायक राजकुमार पटेल सहित जिलाधीश एवं ग्रामीण पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा जाएगा. जिसमें विदर्भ के एकमात्र हिलस्टेशन चिखलदरा में पर्यटकों की आमद को पहले की तरह करने हेतु तमाम जरुरी कदम उठाये जाने से संबंधित निवेदन सौंपा जाएगा.