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राज्यमंत्री बच्चु कडू (Bachchu Kadu) के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग
अमरावती/दि.13 – चांदुर बाजार तहसील के देउरवाडा गांव निवासी विजय सुखदेवराव सुने नामक 40 वर्षीय किसान सोमवार की रात से लापता है. इस किसान के लापता होने के बाद पाया गया कि, उन्होंने अपने घर से रवाना होने के पहले अपना मोबाईल और अपने द्वारा लिखा गया एक पत्र घर पर ही छोडा था. इस पत्र में लिखा गया है कि, वे आत्महत्या करने के लिए अपना घर छोड रहे है. यह जानकारी पता चलते ही सुने परिवार सहित देउरवाडा व सिरजगांव कसबा परिसर में जबर्दस्त खलबली व्याप्त है.
वहीं दूसरी ओर विजय सुने की पत्नी वैशाली सुने द्वारा मंगलवार को सिरजगांव कसबा पुलिस थाने पहुंचकर कहा गया कि, यदि उनके पति द्वारा आत्महत्या कर ली जाती है, तो सिरजगांव के थानेदार सचिन परदेसी, बीट जमादार राजू तायडे व तहसीलदार धीरज स्थूल सहित राज्यमंत्री बच्चु कडू व उनके निजी सचिव दीपक भोंगाडे को इस हेतु जिम्मेदार मानकर उनके खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज किया जाये. ऐसे में मामले की गंभीरता को भांपते हुए उपविभागीय पुलिस अधिकारी पोपट अबदागिरे इस समय सिरजगांव पुलिस थाने में ठिय्या लगाये बैठे है और विजय सुने की तलाश में दो पुलिस पथकों को रवाना किया गया है. वहीं दूसरी ओर इस समय पुलिस थाना परिसर में लोगों की भारी भीडभाड है. ऐसे में यहां पर कडा पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया है.
वैशाली सुने द्वारा दर्ज करायी गयी शिकायत के मुताबिक उनके पति विजय सुने के नाम पर सिरजगांव कसबा मार्ग पर 80 आर कृषि भुमि है. इस खेत से कोई रास्ता नहीं रहने के बावजूद थानेदार परदेसी व बीट जमादार तायडे उन्हें दिनभर पुलिस थाने में बिठाकर दूसरी ओर जाने हेतु खेत के बीच में से रास्ता देने हेतु लिखित पत्र दिये जाने की मांग कर रहे थे. किंतु विजय सुने ऐसा लिखकर देने के लिए तैयार नहीं थे. जिसके चलते बीट जमादार तायडे, सुने परिवार के देउरवाडा स्थित घर पर आकर दो-दो घंटे बैठा करते थे और खेत के बीच से रास्ता देने के लिए धाक जमाया करते थे. इस बात की जानकारी तहसीलदार धीरज स्थूल सहित राज्यमंत्री बच्चु कडू को भी दी गई थी. किंतु किसी ने भी इस मामले में विजय सुने की कोई सहायता नहीं की. जिसकी वजह से विजय सुने काफी मानसिक तनाव में थे और 11 जनवरी की रात जब सभी लोग सो गये, तो उन्होंने अपने परिजनोें के नाम एक पत्र लिखकर अपना घर छोड दिया. यह चिठ्ठी 12 जनवरी की सुबह सुने परिवार को प्राप्त हुई और चिठ्ठी में लिखी बातें पढने के बाद परिवार में हडकंप मच गया.
मैंने सामंजस्य व संयम की सलाह दी थी
विजय सुने अपनी समस्या लेकर मेरे पास आये थे और मैंने इस संदर्भ में आवश्यक जानकारी प्राप्त करते हुए संबंधितों को मामले का हल निकालने हेतु कहा था. साथ ही विजय सुने को भी सामंजस्य व संयम बनाये रखने की सलाह दी थी. साथ ही उन्हें यह आश्वासन भी दिया था कि, उन पर किसी किस्म का अन्याय नहीं होने दिया जायेगा. विजय सुने के अकस्मात लापता होने की खबर से मैं व्यथित हूं और मैंने पुलिस को उनकी तलाश करने के आवश्यक निर्देश भी दिये है.
– बच्चु कडू,
राज्यमंत्री