अमरावती

पिता को आधार देते हुए सृष्टी ने हासिल की सफलता

दसवीं की परीक्षा में प्राप्त किए 87.40% अंक

अमरावती/दि.21- दसवीं कक्षा में रहते एक ओर कोरोना तो दूसरी तरफ मां को कैंसर समान्य असाध्य बीमारी. परिणामस्वरुप पिता को क्या करना, कैसे करना, यह चिंता सता रही थी. वहीं मां की सेवा करना यह परम कर्तव्य होने के कारण सृष्टी स्कूल में अनुपस्थित रहती थी. लेकिन ऐसी स्थिति में भी उसने पढ़ाई का साथ नहीं छोड़ा. अस्पताल में रहकर पुस्तकें पढ़कर उसने ऑनलाईन स्कूल का कनेक्ट कायम रखा. जिसकी परिणती एसएससी परीक्षा में 87.40 प्रतिशत अंक प्राप्त करने में हुई.
धामणगांव रेलवे तहसील के झाडगांव चिंचोली के क्रांतिकारी शाहीर धम्मा खडसे की बेटी सृष्टी खडसेे ने माता के निधन व पिता की द्विधा मनस्थिति ऐसी स्थिति में भी दसवीं की परीक्षा में उत्तुंग सफलता प्राप्त की. जिसके चलते उसका सर्वत्र कौतुक किया जा रहा है. दुखों को अलग रख उसने लगातार पढ़ाई की. मां का उपचार नागपुर में शुरु रहने के कारण उसे बार-बार गांव से आना-जाना करना पड़ा. जिसके चलते कईयों को कोरोना के कारण तो कोरोना न रहते हुए स्कूल शुरु होने पर भी सृष्टी मां की बीमारी के कारण स्कूल नहीं जा सकी. बावजूद इसके शिक्षकों के संपर्क में रहकर उसने पढ़ाई कायम रखी.
सृष्टी ने पुलगांव के कृष्णतायल हाइस्कूल व कनिष्ठ महाविद्यालय से दसवीं में प्रवेश लिया. वह स्कूल में तीसरे क्रमांक पर उत्तीर्ण हुई है. लेकिन जिस परिस्थिति में उसने सफलता हासिल की, उस परिस्थिति में शायद ही कोई अन्य विद्यार्थी परीक्षा दे सकता. नागपुर में रहते बेझनबाग के कॉम्रेड दिलीप तायडे के घर से सृष्टी अस्पताल में आना-जाना करती थी. लेकिन इस समय में भी वह दसवीं की पढ़ाई करती थी. मां की बीमारी की दुख सहन करते हुए उसने पढ़ाई कर यह सफलता हासिल की है. इस सफलता के बाद सृष्टी ने उसके पिता के साथ मोझरी की दास टेकड़ी के मानवता मंदिर में जाकर राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज व कार्ल मार्क्स की प्रतिमा को अभिवादन किया.

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