शहर में आयेगी 11 महान संतों की चरण पादुकाएं
5 फरवरी को दिनभर लिया जा सकेगा दर्शन लाभ
* देवरनकर नगर में होगा भव्य दर्शन समारोह
अमरावती/ दि.21 – स्थानीय देवरनकर नगर में विगत 11 वर्षों से श्री संत गजानन महाराज बहुउद्देश्यीय संस्था व्दारा संत गजानन महाराज का प्रगट दिन समारोह आयोजित किया जाता है. इस बार आयोजन का 11 वां वर्ष रहने के चलते संस्था व्दारा संत गजानन महाराज की चरण पादुकाओं व चिलम के साथ ही महाराष्ट्र के 11 महान संतों की चरण पादुकाओं को अमरावती शहरवासियों के दर्शन लाभ हेतु लाया जा रहा है. इन सभी चरण पादुकाओं को आगामी 5 फरवरी को सुबह 9 से रात 11 बजे तक बडनेरा रोड पर टीवीएस शोरुम के सामने स्थित संस्था के प्रांगण में दर्शनार्थ रखा जाएगा. जहां पर संस्था व्दारा 30 हजार स्क्वेअर फीट के भव्य मंडप का निर्माण किया जा रहा है. साथ ही इस भव्य दिव्य कार्यक्रम के लिए संस्था के सभी पदाधिकारी व सदस्य अपनी सेवाएं दे रहे है.
उपरोक्त जानकारी के साथ ही श्री संत गजानन महाराज बहुउद्देश्यीय संस्था व्दारा बताया गया कि, आगामी 5 फरवरी को मनाए जाने वाले प्रकट दिवस महोत्सव में बुलढाणा जिले के मोताला निवासी दिनेशकुमार देशमुख के पास मौजूद श्री संत गजानन महाराज की चरण पादुका, नानासाहब निमोनकर देशपांडे के पास मौजूद श्री साईबाबा की चरण पादुका, स्वामी सेविका सुंदराबाई कांडगांवकर व्दारा अपने पौत्र शिरू कांडगांवकर को दी गई श्री स्वामी समर्थ की चरण पादुका, खातेगांव मठ निवासी मोहनबुवा रामदासी के पास मौजूद श्री रामदास स्वामी की चरण पादुका, श्री श्रीधर स्वामी व्दारा हिमालय की यात्रा दौरान प्रयोग में लायी गई मूल चरण पादुका, जपमाल निवासी रघुनाथ हरिभाऊ कडलसकर के पास वर्ष 1946 से मौजूद श्री शंकर महाराज (सोलापुर) की मूल चरण पादुका, लाखनवाडी के संत गुणवंता महाराज की मूल चरण पादुका व छत्री, विदर्भ में दूसरे शेगांव के तौर पर ख्याती प्राप्त टाकरखेडा मोरे निवासी श्री गुलाब बाबा की मूल चरण पादुका, बुलढाणा जिले के संत श्रेष्ठ श्री सखाराम महाराज की 160 वर्ष पुरानी मूल चरण पादुका, श्री रेणुकामाता माहुर के सेवाकरी अनंत शुल्क गुुरुजी व्दारा दी गई सांकेतिक पादुका तथा त्र्यंबकराव वडालकर के पास मौजूद श्री संत गजानन महाराज की चिलम को भाविक श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ रखा जाएगा. इसके साथ ही संस्था के पदाधिकारियों व सदस्यों ने सभी भाविक श्रद्धालुओं से इस अवसर पर उपस्थित रहकर धर्मलाभ लेने का आह्वान किया है.