श्री क्षेत्र सावंगा में सत्कार समारोह से महोत्सव का समापन
हजारों भक्तों ने महाप्रसाद का लिया लाभ

चांदूर रेल्वे/दि.10-महाराष्ट्र के विदर्भ में लाखों लोगों का श्रद्धास्थान रहने वाले चांदूर रेल्वे तहसील के श्री क्षेत्र सावंगा विठोबा में गुढीपाडवा व राम नवमी महोत्सव का समापन हुआ. श्री विठोबा संस्थान उर्फ श्रीकृष्ण अवधूत बुवा संस्थान में 29 मार्च से 7 अप्रैल तक गुढीपाडवा रामनवमी यात्रा महोत्सव संस्थान के विश्वस्त मंडल और लाखों भक्तों की उपस्थिति में विविध धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रम और भव्य महाप्रसाद के आयोजन से संपन्न हुआ. गुढीपाडवा के दिन संस्थान के विश्वस्त चरणदास नामदेवराव कांडलकर ने नए वस्त्र परिधान कर महाराज का विधिवत पूजन किया. तथा दोनों ध्वज की पूजा कर नया आवरण लगाया. ध्वज के बिना पैरों के स्पर्श से आवरण लगाने का रोमांचक कार्यक्रम हुआ.
कार्यक्रम शुरु रहते दौरान प्रत्येक श्रद्धालू ने कापूर जलाया. रामनवमी को चंदन उटी व रमणा कार्यक्रम में भक्तों की भीड उमडी थी. भीड को देखते हुए पुलिस बंदोबस्त के साथ संस्थान ने स्वयंसेवक व सेवाधारियों की नियुक्ति की थी. विविध कार्यक्रम के अंतर्गत अवधूत नाम प्रचारक भाऊदास नांदणे महाराज (वासणी खुर्द) का प्रवचन हुआ. इसके पश्चात अवधूत नाम प्रवचनकार, अवधूत भजन मंडल, यात्रा उत्सव समितियां, दैनंदिन भजनकार, स्वयंसेवक और सेवाधारियों का दुपट्टा व श्रीफल तथा संस्थान का सम्मानपत्र देकर मान्यवरों के हाथों सत्कार किया गया. इस अवसर पर बतौर अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर भगोले, प्रमुख अतिथि एड. अनूप जयस्वाल (राज्य कोर कमेटी पदाधिकारी,महाराष्ट्र मंदिर महासंघ), निलेश टवलारे (जिला समन्वयक, हिंदू जनजागृती समिती), कैलास पनपालीया (जिला संयोजक, मंदिर महासंघ), सचिन वैद्य (जिला सह समन्वयक,हिंदू जनजागृती समिती) की उपस्थित रही. सत्कार समारोह के उपरांत आयोजित भव्य महाप्रसाद का ग्रामवासियों व भक्तों ने लाभ लिया गया. पूरे सालभर शुरु संस्थान के विविध कार्यक्रम के लिए भक्तों ने तन-मन-धन से सहयोग करने का अनुरोध संस्थान के अध्यक्ष पुंजाराम नेमाडे, उपाध्यक्ष कृपासागर राऊत, सचिव अशोक सोनवाल, विश्वस्त विनायक पाटील, वामन रामटेके, गोविंद राठोड, फुलसिंग राठोड, चरणदास कांडलकर, लक्ष्मण राठोड, वैभव मानकर, स्वप्नील चौधरी व समस्त विश्वस्त मंडल ने किया है. कार्यक्रम का संचालन विनोद दुधे ने किया. प्रस्तावना संस्थान के अध्यक्ष पुंजाराम नेमाडे ने रखी. आभार सचिव अशोक सोनवाल ने माना.