अमरावतीविदर्भ

अक्तूबर माह के पहले सप्ताह में होगी अंतिम वर्ष की परीक्षा

संगाबा अमरावती विद्यापीठ ने की घोषणा

अमरावती/दि.८ – स्नातक पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष में पढनेवाले छात्रों की परीक्षा अक्तूबर माह के पहले सप्ताह में शुरू होगी और २० दिनों के भीतर यह परीक्षा प्रक्रिया समाप्त हो जायेगी. पश्चात इंटरनल में मिले अंको का प्रतिशत निकालकर उसके ५० फीसदी और संबंधित विषय की लिखीत परीक्षा में मिले कुल अंकों के ५० फीसदी अंक निकालकर औसत के आधार पर अंक दान किये जायेंगे. इस आशय का निर्णय संत गाडगेबाबा अमरावती विश्वविद्यालय द्वारा लिया गया है.

संगाबा अमरावती विवि द्वारा सोमवार ७ सितंबर को इस परीक्षा के संदर्भ में अधिकृत निर्णय घोषित किया गया. जिसके अनुसार अभियांत्रिकी व तकनीकी पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष की परीक्षा ऑनलाईन पध्दति से बहुपर्यायी स्वरूप में होगी. जिसे सभी विद्यार्थियों द्वारा अपने-अपने महाविद्यालय के परीक्षा केंद्र से ही देना होगा. इसके तहत ९० मिनट के दौरान ६० में से ३० एमसी्नयू सवाल हल करने होंगे. वहीं अन्य पाठ्यक्रमों की लिखित परीक्षा में ग्रीष्मकालीन परीक्षा-२०२० के लिए तैयार किये गये प्रश्नपत्रों के किसी भी तीन प्रश्नों को दो घंटे के भीतर हल करना होगा. इन सभी परीक्षाओं के लिए सभी विद्यार्थियों को उनका प्रवेश रहनेवाले महाविद्यालय ही परीक्षा केंद्र के रूप में आवंटित किये जायेंगे. यह लिखित परीक्षा अक्तूबर माह के पहले सप्ताह में होगी. वहीं प्रात्यक्षिक परीक्षा १५ से २५ सितंबर के दौरान ली जायेगी. साथ ही इस बार एक प्रतिशत की बजाय दो प्रतिशत ग्रेस अंक दिये जायेंगे. इसके अलावा जिन विद्यार्थियों के पीछली परीक्षा में कुछ विषय छूट गये थे, उनकी परीक्षा भी इसी कालावधी में एक ही दिन होगी. इसके तहत संबंधित विद्यार्थी को पिछली परीक्षा में बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा एक ही दिन देनी होगी और प्रत्येक विषय के लिए एक घंटे का समय दिया जायेगा. जिसमें प्रश्नपत्र में शामिल रहनेवाली किन्हीं दो प्रश्नों को हल करना होगा.

महाविद्यालयों में ही होगा मूल्यांकन

प्रति वर्ष उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन विद्यापीठ के मूल्यांकन विभाग में किया जाता है. किंतु इस बार विद्यार्थियों के महाविद्यालय ही उनके परीक्षा केंद्र होंगे और विद्यार्थियों द्वारा लिखी गयी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी उन्हीं के महाविद्यालयों के शिक्षकों द्वारा किया जायेगा. मूल्यांकन पश्चात विद्यार्थियों के लिखित परीक्षा के अंक विद्यापीठ को भेजे जायेंगे और विद्यापीठ द्वारा लिखित परीक्षा व इंटरनल परीक्षा के अंकों के आधार पर परीक्षा परिणाम घोषित किया जायेगा.

५५ वर्ष से अधिक आयुवाले प्राध्यापक व कर्मचारी परीक्षा प्रक्रिया में शामिल नहीं होंगे

इस वर्ष कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये है. जिसके मुताबिक इस परीक्षा प्रक्रिया में ५५ वर्ष से अधिक आयु रहनेवाले प्राध्यापक व कर्मचारी शामिल नहीं होंगे. इसके साथ ही जिन प्राध्यापकों व कर्मचारियों को डायबिटीज व ब्लड प्रेशर की शिकायत है, उन्हेें भी इस परीक्षा प्रक्रिया से दूर रखने का निर्णय लिया गया है. इसके अलावा सभी परीक्षा केंद्रोें पर विद्यार्थियों के बीच फिजीकल डिस्टंस रखने के लिहाज से निश्चित दूरी पर आसन व्यवस्था की जायेगी और सभी परीक्षा केंद्रों पर सैनिटाईजर सहित हाथ धोने के लिए बेसीन की व्यवस्था की जायेगी. इसके अलावा बहि:शाल विद्यार्थियों को उनकी घर के पास रहनेवाले महाविद्यालय में परीक्षा केंद्र दिया जायेगा. जिसके जिए उन्हें परीक्षा से सात दिन पहले विद्यापीठ को सुचित करना होगा.

विवि की विविध प्राधिकारीणियों ने की परीक्षा की कार्य पध्दति निश्चित

संगाबा अमरावती विवि अंतर्गत आनेवाले अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलडाणा व वाशिम इन पांचों जिलों के महाविद्यालयों में अंतिम वर्ष व अंतिम सत्र की परीक्षा आयोजन के संदर्भ में निश्चित कार्यपध्दति अनुसार परीक्षा लेने को कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर की अध्यक्षता में संपन्न हुई विविध प्राधिकारीणियों की सभा में मान्यता दी गई है. इस वर्ष अंतिम सत्र व अंतिम वर्ष की ग्रीष्मकालीन परीक्षा देने हेतु ७० हजार विद्यार्थी पात्र है तथा पांचों जिलों की भौगोलिक परीस्थिति को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों एवं महाविद्यालयों के पास उपलब्ध साधन सामग्री, नई पध्दति से प्रश्नपत्रिका तैयार करने हेतु लगनेवाले समय आदि पर विचारविमर्श करने हेतु विद्या परिषद, परीक्षा व मूल्यांकन मंडल तथा व्यवस्थापन परिषद इन प्राधिकारीणियों की एक आपात ऑनलाईन सभा हाल ही में संपन्न हुई. जिसमें तय कार्य पध्दति के अनुसार परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया और विद्यापीठ से संलग्नित सभी महाविद्यालयों को विस्तृत कार्यपध्दति भेजी गयी. साथ ही यह कार्यपध्दति विद्यापीठ की वेबसाईट पर भी उपलब्ध करायी गयी है. उक्ताशय की जानकारी देते हुए विद्यापीठ के परीक्षा व मूल्यांकन मंडल संचालक प्रा. हेमंत देशमुख ने सभी विद्यार्थियों, पालकों, अभ्यागतों तथा संलग्नित महाविद्यालयों के प्राचार्यों व शिक्षकों से इस ओर ध्यान देते हुए परीक्षाओं का संचालन सफलतापूर्वक करने हेतु सहयोग देने का आवाहन किया है.

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