किसी भी अग्निकांड से निपटने हेतु मुस्तैद है दमकल दस्ता
आग लगने की सूचना मिलने पर 5 से 10 मिनट में पहुंच जाते है फायरमेन

अमरावती/दि.16- गर्मी का मौसम शुरु होते ही वाहनों में आग लगने, कचरा डेपो में आग भडकने तथा जंगल परिसर में दावानर भडकने जैसी घटनाएं अक्सर ही घटित होती है. साथ ही कई बार दुकानों एवं मकानों में शॉर्टसर्कीट होने की वजह से आग लग जाती है, ऐसी आपातकालिन परिस्थितियों का सामना करने के लिए अमरावती महानगर पालिका का दमकल दस्ता पूरी तरह से तैयार है. मनपा के अग्निशमन विभाग में कुल 35 कर्मचारी कार्यरत है, जो कहीं पर भी आग लगने की सूचना मिलने पर महज 5 से 10 मिनट के भीतर वहां पहुंचकर आग बुझाने का काम करते है. साथ ही बेहद विपरित स्थितियों से जुझते हुए आग पर काबू पाते है.
बता दें कि, अमरावती के वॉलकट कंपाऊंड परिसर में मनपा के अग्निशमन विभाग का मुख्यालय है. वहीं बडनेरा, एमआईडीसी व ट्रांसपोर्ट नगर परिसर में दमकल विभाग के उपकेंद्र है. अमरावती की एमआईडीसी सहित सातुर्णा परिसर की औद्योगिक वसाहत एवं नांदगांव पेठ स्थित पंचतारांकित एमआईडीसी में विविध औद्योगिक इकाईयों व कारखानों के साथ ही शहर में स्थित मकानों व दुकानों की भारीभरकम संख्या को ध्यान में रखते हुए मनपा का अग्निशमन विभाग 24 घंटे अलर्ट पर रहता है और किसी भी वक्त अग्निकांड की कोई घटना घटित होने पर अग्निशमन दल के कर्मचारी तुरंत दौडभाग करते है. जारी वर्ष में जनवरी से मार्च माह तक तीन माह के दौरान आग लगने की 112 घटनाएं घटित हुई. जिन पर अग्निशमन विभाग के फायर फायटर्स द्वारा सफलतापूर्वक काबू पाया गया.
* रोजाना ही बरती जाती है सतर्कता
अग्निशमन विभाग के जवान कहीं पर भी किसी भी वक्त आग लगने की घटना से निपटने हेतु हर समय तैयार रहते है और अग्निशामक वाहनों को पानी से भरकर हमेशा तैयार रखा जाता है. साथ ही किसी भी आपात स्थिति से निपटने की लगभग रोजाना ही तैयारी की जाती है. जिसके चलते कहीं पर भी आग लगने की सूचना मिलने के तुरंत बाद अग्निशमन विभाग का दस्ता उस ओर तत्परता के साथ रवाना हो जाता है.
* 35 जवान, 12 वाहन
अमरावती मनपा के अग्निशमन विभाग अंतर्गत कुल 35 फायरमैनो की नियुक्ति की गई है. साथ ही वॉलकट कंपाऊंड स्थित मुख्यालय सहित बडनेरा, एमआईडीसी व ट्रांसपोर्ट नगर के अग्निशमन उपकेंद्र में 12 अग्निशामक वाहन भी उपलब्ध कराए गए है. जिन्हें पूरा समय तैयार रखा जाता है.
* यह दिक्कते आती है सामने
कई बार आग लगनेवाली जगह पर आसपास के लोगों का सहयोग नहीं मिलता.
– दुकानों व आस्थापनाओं में ज्वलनशील माल व पदार्थों का बडे पैमाने पर स्टॉक रहता है.
– मकानों, दुकानों व आस्थापनाओं में फायर व इलेक्ट्रीक ऑडीट का अभाव रहता है.
* कैसे चलता है काम?
– फोन आने के अगले मिनट ही दमकल दस्ता बाहर
अमरावती व बडनेरा सहित किसी भी स्थान पर आग लगने से संबंधित सूचना का फोन आने पर अगले ही मिनट दमकल कर्मचारी अपने दमकल वाहन के साथ फायर स्टेशन से बाहर निकल जाते है.
– 24 घंटे अलर्ट पर रहते है दमकल कर्मी
अग्निशमन विभाग की टीम तीन शिफ्ट में ड्यूटी करती है तथा तीनों ही शिफ्ट के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने हेतु सावधानी व सतर्कता बरती जाती है. जिसके तहत प्रत्येक शिफ्ट में दो टैंकर व चालक सहित दमकल कर्मी आग बुझाने के काम हेतु तत्पर रहते है.
– आग लगने पर रिजर्व फोर्स भी तैयार
इसके साथ ही अगर कोई एक वाहन आग बुझाने हेतु फायर स्टेशन से बाहर निकला है तो फायर स्टेशन पर अन्य अग्निशमन वाहनों व चालक सहित पानी के टैंकर को आरक्षित रखा जाता है.
– आपत्ती व्यवस्थापन कक्ष तैयार
महानगर पालिका का आपत्ती व्यवस्थापन कक्ष 24 घंटे अलर्ट पर रहता है और आग लगने का फोन प्राप्त होते ही घटनास्थल की ओर दमकल दस्ते को तुरंत रवाना करने में आपत्ती व्यवस्थापन कक्ष महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
* महानगर में दवाखाने, अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, अपार्टमेंट व मॉल जैसे कई स्थानों पर फायर अथवा इलेक्ट्रीक ऑडीट नहीं हुए है. जिसके चलते संबंधितों के नाम नोटिस जारी की गई है. साथ ही कहीं पर भी आग लगने पर उससे निपटने की भी पूरी तैयारी हमेशा रखी जाती है.