‘चंद्रभागा नदी संवाद यात्रा’ के पहले चरण का समापन
शेंडगांव से ३ फरवरी को शुरु होगा दूसरा चरण
दर्यापुर /दि. ३१- ‘चलो जानें नदी को’ इस अभियान अंतर्गत शुरु १२ दिवसीय चंद्रभागा नदी संवाद यात्रा के पहले चरण का समापन चंद्रभाग की उपनदी भुलेश्वरी नदी के परिसर में स्थित लेहगांव में हुआ. इस यात्रा की शुरुआत नेताजी सुभाषचंद्र बोस व बालासाहेब ठाकरे के जयंती अवसर पर हुई थी. आजादी के अमृत महोत्सव निमित्त जल पुरुष राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में राज्य की ७५ नदियों का पुनर्जीवन करने के इस राज्य शासन पुरस्कृत अभियान अंतर्गत चंद्रभागा नदी संवाद यात्रा का शुभारंभ १२ जनवरी को सापन व चंद्रभागा नदी संगम पर बसे सांगवा गांव से हुआ था. यह संवाद यात्रा १२ से २३ जनवरी तक सांगवा बु, घडा, चंद्रपुर, बेंबला, खिरगव्हाण, खल्लार, नालवाडा, मोचर्डा, बेलोरा, कोलंबी, रामगांव नरदोडा, कान्होली, माहुली-हसनपुर, दर्यापुर, शिवर, गोलेगांव, तोंगलाबाद, कलाशी, चिंचोली-शिंगणे, एकलारा, कोतेगांव रामपुर, लाखनवाडी, कोकर्डा व लेहगांव इन २५ गांव में पहुंची. इस दौरान सरपंच, उपसरपंच, पुलिस पटेल, ग्राम पदाधिकारियों ने यात्रा का भव्य स्वागत किया. सभी गांव में ग्रामसभा हुई. १२ दिवसीय संवाद यात्रा की सफलता के लिए बंडू गावंडे, रमेश इंगोले, गणेश मोरे, कृष्णा वानखडे, गजानन लबडे ने प्रयास किए. चंद्रभागा नदी के दूसरे चरण की संवाद यात्रा ३ फरवरी को विश्वकर्मा जयंती अवसर पर गाडगे बाबा के जन्मस्थल शेंडगांव से शुरु होगी तथा समापन ८ फरवरी को संत नरहरी सोनार की पुण्यतिथि के दिन भुलेश्वरी नदी के उगम स्थान पर होगा, यह जानकारी नदी के समन्वयक व जिला स्तरीय समिति के सदस्य अरविंद उर्फ बाबुजी नलकांडे ने दी.