अमरावती

जलवाहिनी की दुरूस्ती हेतु सापन नदी का प्रवाह बदला

सापन बांध के दो दरवाजों को किया गया बंद

* आज से पाईपलाईन दुरूस्ती का काम पकडेगा गति
परतवाडा/दि.22- विगत 19 जुलाई को सापन नदी में आयी बाढ की वजह से सापन नदी से होकर गुजरनेवाली अचलपुर व परतवाडा की मुख्य जलवाहिनी क्षतिग्रस्त हो गई थी. जिससे अचलपुर व परतवाडा जुडवां शहर की जलापूर्ति बंद हो गई है. ऐसे में पीने के पानी के लिए पिछले तीन दिनों से जुडवां शहर वासियों को काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. वहीं दूसरी ओर जब तक सापन नदी में पानी का प्रवाह कम नहीं होता, तब तक अचलपुर नगर पालिका प्रशासन के लिए क्षतिग्रस्त जलवाहिनी को दुरूस्त करना भी संभव नहीं है. ऐसे में गुरूवार को सापन बांध के दो दरवाजों से जलनिकासी बंद होते ही पालिका प्रशासन ने जेसीबी की सहायता से नदी का प्रवाह बदलने का काम शुरू किया, ताकि जलवाहिनी की दुरूस्ती का काम तेजी के साथ किया जा सके. उम्मीद जतायी जा रही है कि, कल शनिवार तक इस जलवाहिनी को एक बार फिर जोडकर दुरूस्त कर लिया जायेगा. यानी और एक-दो दिन जुडवां शहरवासियों को जलापूर्ति से वंचित रहना पड सकता है.
बता दें कि, धोतरखेडा में सापन नदी के प्रवाह क्षेत्र से होकर अचलपुर व परतवाडा को जलापूर्ति करनेवाली मुख्य पाईपलाईन डाली गई है. बीते दिनों तहसील क्षेत्र में अच्छी-खासी बारिश हुई और सापन नदी पर बनाये गये बांध में जलस्तर तेजी से बढने लगा. ऐसे में बांध के चारों दरवाजों को खोलकर नदी में जलनिकासी की जाने लगी. जिससे सापन नदी में बाढ आ गई. बाढ के पानी का प्रवाह इतना अधिक तेज था कि, नदी से होकर गुजरनेवाली जलवाहिनी इस प्रवाह के दबाव को झेल नहीं पायी और टूटकर क्षतिग्रस्त हो गई. वहीं अब सापन के बांध क्षेत्र में बारिश का प्रमाण कम होने के चलते गुरूवार को इस बांध के दो दरवाजों को बंद कर दिया गया. वहीं अब बारिश के रूक जाने के चलते शेष दो दरवाजों को भी धीरे-धीरे बंद किया जा रहा है. जिससे सापन नदी में पानी का प्रवाह कम हो गया है. ऐसे में अब अचलपुर नगर पालिका प्रशासन ने क्षतिग्रस्त पाईपलाईन को सुधारने हेतु जेसीबी मशीन की सहायता लेते हुए नदी का प्रवाह क्षेत्र बदलने का काम करना शुरू किया है, ताकि पाईपलाईन को सुधारने का काम किया जा सके. नदी के प्रवाह क्षेत्र में आंशिक बदलाव का काम पूरा होने के बाद आज दिनभर पाईपलाईन को जोडने व सुधारने का काम युध्दस्तर पर चलता रहा और पूरी उम्मीद है कि, इस काम को कल तक पूरा कर लिया जायेगा. हालांकि इस दौरान यदि दुबारा मूसलाधार बारिश होती है और सापन बांध के दरवाजों को एक बार फिर खोला जाता है, तो इससे जलापूर्ति करनेवाली पाईपलाईन को किसी तरह का खतरा न हो. इस बात की ओर पालिका प्रशासन को विशेष ध्यान भी देना होगा. परिसरवासियों द्वारा यह मांग भी उठाई जा रही है कि, नदी के प्रवाह क्षेत्र में सिमेंट कांक्रीट के कॉलम खडे करते हुए पाईपलाईन को थोडा उंचाई से नदी पार कराया जाये, ताकि भविष्य में नदी में आनेवाली बाढ की वजह से इस पाईपलाईन को किसी तरह की कोई क्षति न पहुंचे.

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