विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास एवं आत्मनिर्भर बनने का केंद्रबिंदु

श्रीमती केशरबाई लाहोटी महाविद्यालय :

अमरावती/दि.27-एक शैक्षणिक संस्थान जब अपने अमृत महोत्सव वर्ष में पदार्पण करता है तब वह अपनेआप में शिक्षा क्षेत्र की एक बेजोड़ मिसाल बन जाता है. सन 1950 में स्थापित श्री गणेशदास राठी छात्रालय समिति, गत 75 वर्षों से छात्रों के भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है. यह वह स्थान है जो युवा पीढ़ी की जन्मजात क्षमताओं को विकसित करने के साथ-साथ उन्हें समाज में बढ़ती प्रतिस्पर्धा में खड़े होने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करता है. श्री गणेशदास राठी छात्रालय समिति के केजी से लेकर पी.जी. और पी.एच.डी. तक विभिन्न सामाजिक एवं आर्थिक पार्श्वभूमि से आए हुए हजारों विद्यार्थियों को मार्गदर्शन करनेवाले कुल 20 शिक्षा संस्थानों में श्रीमती केशरबाई लाहोटी महाविद्यालय एक ऐसी शैक्षणिक संस्था है जो हर वर्ष शिक्षा क्षेत्र में विद्यार्थियों को अपनी पहचान बनाने में अहम भूमिका निभा रही है.
पूर्व निर्धारित समय पर शिक्षा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बदलाव हो रहे हैं. एनईपी- 2020 को गत वर्ष से लागू किया जा चुका है. इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति का केंद्रबिंदु कौशल आधारित शिक्षा है और आज महाविद्यालय की सहायता के बिना किसी भी कौशल में विशेषज्ञता देना बहुत मुश्किल है. एन.ई.पी में महाविद्यालय की भूमिका कई गुना बढ़ जाती है. उच्च शिक्षा का लक्ष्य छात्रों को उनके कौशल और योग्यता के विकास के लिए सशक्त बनाना है ताकि वे वैश्विक बाजार में फिट हो सकें. एनईपी जिन कौशल आधारित गतिविधियों को लागू करने का प्रस्ताव करती है उनमें से कई गतिविधियों को महाविद्यालय पहले ही अपना चुका है. सन 1960 में स्थापना के बाद से ही हमारा महाविद्यालय मेधावी छात्रों, और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों की एक लंबी सूची के साथ विजयी यात्रा पर अग्रसर रहा है.
जूनियर विंग, एम.कॉम जैसे विभिन्न नए पाठ्यक्रम, एम.ए, बी.बी.ए., बी.सी.ए, करियर ओरिएंटेड पाठ्यक्रम भी महाविद्यालय में पढाए जाते हैं. जूनियर विंग में नियमित विषयों के साथ आई.टी. और गणित जैसे वैकल्पिक पाठ्यक्रम हैं. हम प्रत्येक शिक्षार्थी को एक संतुलित इंसान बनाने में एक उत्प्रेरक के रूप में काम करने का प्रयास करते हैं, जिसकी मुख्य ताकतें हमारी समृद्ध सामाजिक-सांस्कृतिक जड़ों से निकलने वाले सीखने के अनुभवों में हैैं.यह भावना हमारे संस्थान में आयोजित पाठ्यचर्या, सह-पाठ्यचर्या और पाठ्येतर गतिविधियों के माध्यम से परिलक्षित होती है. हम, एक टीम के रूप में, अपने संस्थान के शैक्षणिक और सर्वांगीण विकास के लिए अपने प्रयास जारी रखते हैं. इन प्रयासों की परिणति लगातार दूसरी बार नैक द्वारा ग्रेड ‘ए’ के साथ पुनः मान्यता प्राप्त करने में हुई है. यह हमारे लिए अत्यंत गौरवपूर्ण बात है कि हमारे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉै. विजय कुमार भांगड़िया इन्हें बेस्ट प्रिंसिपल का अमरावती विश्वविद्यालय का सम्मान प्राप्त हुआ है.
हमारे महाविद्यालय को संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ द्वारा 11 विभिन्न विषयों में पी.एच.डी. के लिए अनुसंधान केंद्रों से सम्मानित किया गया है.हमारे महाविद्यालय का ग्रंथालय 50000 से भी अधिक किताबों से परिपूर्ण है जहां विद्यार्थियों को स्पर्धात्मक परीक्षाओं से लेकर हर परीक्षा के हेतु किताबें और वर्तमान पत्र उपलब्ध होते हैं. हमारे महाविद्यालय का न केवल संत गाडगे बाबा विश्वविद्यालय में, बल्कि पूरे क्षेत्र में एक अद्वितीय अस्तित्व है. यह वर्षों से छात्रों की पहली पसंद बना हुआ है. कॉलेज ने शहर को सबसे ज्यादा सी.ए. दिए हैं.
हर साल लगभग 100 छात्रों को यूनिवर्सिटी कलर्स इन स्पोर्ट्स से सम्मानित किया जाता है, उनमें से कुछ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी हमारे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं. सांस्कृतिक क्षेत्र में भी महाविद्यालय के विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर तक केवल महाविद्यालय का ही नहीं किंतु अमरावती विश्वविद्यालय का भी नाम रोशन करते हैं. हमारा जूनियर विंग शिक्षाविदों से समृद्ध है और लगभग हर साल छात्रों को एच.एस.सी. परीक्षा में राज्य के टॉपर्स में शीर्ष स्थान हासिल करने में मदद करता है. यह हमारी जीवंत गतिशीलता और निरंतर प्रतिबद्धता का उदाहरण है.
उत्कृष्टता के उच्च मानक स्थापित करते हुए, प्लेसमेंट सेल टी.सी.एस. और महिंद्रा प्राइड क्लासरूम के साथ सफलतापूर्वक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है, जिससे छात्रों को अतिरिक्त लाभ मिलता है जो उन्हें उनके सपनों की मंजिल की ओर प्रेरित करता है. हर वर्ष अनेक विद्यार्थी विविध कंपनियों में प्लेसमेंट प्राप्त करते हैं.कॉलेज, शिक्षाविदों के अलावा, छात्रों को सामाजिक दायित्व का एहसास कराता है. उन्हें एन.एस.एस. और एन.सी.सी. के माध्यम से सामाजिक और सामाजिक गतिविधियों के लिए प्रेरित किया जाता है.
महाविद्यालय में अमरावती के सर्वश्रेष्ठ महिला छात्रावास में से एक छात्रावास है जिसमें जिम, मेस, सभी कमरों में एयर कूलिंग सुविधा, इनडोर गेम्स के लिए गतिविधि कक्ष, योग और ज़ुम्बा हॉल, लाइब्रेरी आदि जैसी अच्छी तरह से सुसज्जित सुविधाएं हैं. महाविद्यालय ने सीखने की प्रक्रिया में तकनीकी पीढ़ी की सहायता के लिए डिजिटल कक्षाओं और अच्छी तरह से सुसज्जित कंप्यूटर लैब, भाषा लैब, और कई अन्य सुविधाएं प्रदान करके अपनी बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाया है. हमारे अनुकरणीय शिक्षको के साथ-साथ प्रशासनिक कर्मचारी भी छात्रों की जरूरतों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं.
महाविद्यालय के इस निरंतर ऊंचाइयों को छूने वाले आलेख का श्रेय श्री गणेशदास राठी छात्रालय समिति के अध्यक्ष वसंतकुमार मालपाणी, उपाध्यक्ष जुगलकिशोर गट्टानी, सचिव डॉ. गोविंद लाहोटी, सहसचिव मोहन कलंत्री और संस्था के अन्य पदाधिकारियों को जाता है. हर सकारात्मक कदम को सराहना देते हुए वह महाविद्यालय को और भी ऊंचाइयों तक पहुंचाने का मानस रखते हैं और उसके लिए अथक प्रयास करते हैं. उनके इन सपनों को वास्तविकता में लाने हेतु महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विजयकुमार भांगड़िया सदैव तत्पर रहते हैं. विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक हर एक कार्यक्रम की रूपरेखा बनाकर उनका आयोजन करने हेतु स्वयं प्राचार्य सभी प्राध्यापकों को प्रोत्साहित करते हैं. प्राध्यापकों के साथ-साथ महाविद्यालय का प्राध्यापकेतर वर्ग भी विद्यार्थियों का यथोचित सहकार्य करने हेतु सदैव तत्पर रहता है. संस्था के सहयोग और समर्थन से हमारा महाविद्यालय शिक्षण के अत्याधुनिक और उन्नत तरीके लाकर अपने छात्रों की छिपी क्षमता को उजागर करने में हमेशा सबसे आगे रहता है. इसके साथ ही महाविद्यालय छात्रों को सर्वश्रेष्ठ देने और उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों में उज्वल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैै.
-प्रा डॉ. जागृति व्यास
श्रीमती केशरबाई लाहोटी महाविद्यालय.

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