अमरावतीमहाराष्ट्र

ठग ने सीपी रेड्डी का फर्जी फेसबुक अकाउंड बनाकर 4 लोगों को रिक्वेस्ट भेजी

साइबर पुलिस ने तत्काल होल्ड किया अकाउंट

* जांच जारी, जाल में कोई नहीं फंसा
अमरावती /दि.1- ऑनलाइन ठगों द्वारा आईएएस, आईपीएस अधिकारियों के फेसबुक पर एकाउंट फर्जी बनाकर लोगों से पैसे मांगने की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं. इसी बीच अज्ञात ऑनलाइन ठग ने अमरावती के पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी के फोटो का उपयोग कर उनके नाम से फेसबुक एकाउंट बनाकर शहर के तीन-चार लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर चैटिंग भी की. यह मामला सामने आने के बाद सीपी रेड्डी ने साइबर पुलिस को युद्धस्तर पर इसकी जांच करने के निर्देश दिए.
उल्लेखनीय है कि, अज्ञात ऑनलाइन ठगों ने सीपी रेड्डी के 3 से 4 फोटो का उपयोग कर फेसबुक पर उनके नाम पर फर्जी एकाउंट तैयार किया. उसके बाद सीपी की वाल पर उनके फोटो भी अपलोड किए. इसी प्रकार 30 अप्रैल को ऑनलाइन ठग ने अमरावती शहर के 4 से 5 लोगों को फेसबुक पर सीपी रेड्डी के नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. वहीं कुछ लोगों के मैसेज बॉक्स में हैलो, हाऊ आर यू का मैसेज भी भेजा. स्वाभाविक रूप से सीपी का मैसेज आने के बाद कुछ लोगों ने फाइनै सर कहते हुए तुरंत रिप्लाई दिया. इसके बाद ऑनलाइन ठग ने लोगों से उनका मोबाइल नंबर मांगा. मोबाइल नंबर देते ही ऑनलाइन ठग ने जवाब में कहा कि, मैं सीआरपीफ में मेरे मित्र संतोष कुमार को तुम्हारा नंबर दे रहा हूं. संतोष कुमार का जम्मू में ट्रांसफर हुआ है इसलिए उन्हें तत्काल अपने एलईडी टीवी, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन, महंगी साइकिल और अन्य अच्छी हालत वाले फर्नीचर को कम कीमत पर बेचना है. तुम्हारा मोबाइल नंबर संतोष कुमार को देता हूं, वे तुम्हें कॉल करेंगे. कुछ नागरिकों को यह एकाउंट फर्जी होने का संदेह होने पर उन्होंने तत्काल सीपी रेड्डी से संपर्क साधकर उन्हें यह बात बताई. इसके बाद सीपी रेड्डी ने साइबर सेल के प्रमुख पीआई आसाराम चोरमले को तत्काल तकनीकी जांच शुरू करने के लिए कहा.

* संयोग से कोई फंसा नहीं
ऐसे मामलों में कुछ नागरिक भावनात्मक आवेश का शिकार हो जाते हैं और धोखेबाज उनका पैसा हड़प लेते हैं. संतोष कुमार जैसे लोग सीआरपीएफ अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते हैं और व्हाट्सएप पर हाईटेक फर्नीचर की आकर्षक तस्वीरें भेजते हैं. साथ में वे कहते हैं कि, वे एक निश्चित रकम में एक साथ सारा माल बेचना चाहते हैं. यदि कोई व्यक्ति सामग्री खरीदने की इच्छा दिखाता है तो उसे फोनपे के माध्यम से पैसे भेजने के लिए मजबूर किया जाता है. नागरिक पैसा भेजते हैं और फिर धोखेबाज ऑफलाइन हो जाते हैं. सौभाग्य से सीपी रेड्डी के नाम से बनाए गए फर्जी अकाउंट के कारण कोई भी ऑनलाइन ठगों की धोखेबाजी का शिकार नहीं हुआ.

* साइबर पुलिस ने तत्काल होल्ड किया अकाउंट
मुझे फेसबुक पर मेरी प्रोफाइल फोटो और कवर फोटो का उपयोग करके लोगों को संदेश भेजने के मामले की जानकारी मिली है. इस फर्जी एकाउंट से आने वाले संदेशों का जवाब न दें और न ही कोई लेनदेन करें.
सीपी नवीनचंद्र रेड्डी,
पुलिस आयुक्त, अमरावती.

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