अमरावती

तेज वाहन चलाने की मस्ती महंगी पडी

74 लाख रूपए जेब पर बडा बोझ

* पुलिस रख रही है पैनी नजर
अमरावती/ दि.11 – वाहनों के लिए हर रास्ते पर वाहनों की गति मर्यादा तय की गई है. अगर इस वेग मर्यादा का उल्लंघन किया, तो जुर्माना ठोके जाने की कार्रवाई की जाती है, परंतु रास्ता खुला दिखते ही कही वाहन चालक तेज गति के साथ वाहन भगाने लगते है. ऐसे में सडक हादसे का खतरा बढ जाता है. पिछले वर्ष तेज गति के साथ वाहन चलाने वाले 2840 वाहन धारकों पर अमरावती प्रादेशिक परिवहन विभाग ने जुर्माने की कार्रवाई की गई. गति की मर्यादा तोडने वाले वाहन चालकों पर 74 लाख 89 हजार रुपए जुर्माना ठोका गया है.
वाहनों की गति नापने के लिए यातायात, आरटीओ, राष्ट्रीय महामार्ग पुलिस, ग्रामीण आदि यंत्रणा के पास स्पीड गन है. यातायात शाखा व आरटीओ के वाहनों में बैठकर वाहनों की गति नापी जा सकती है. वाहन की गति के साथ वाहन का नंबर, मोटरसाइकिल चालक ने हेल्मेट पहना है या नहीं, यह मशीन की सहायता से तर्ज किया जाता है. शहर यातायात पुलिस के अलावा आरटीओ, राज्य महामार्ग, राष्ट्रीय महामार्ग पुलिस, ग्रामीण यातायात पुलिस, ऐसे कुल मिलाकर जिले में 35 स्पीड गन वाहन है. वेग मर्यादा का उल्लंघन करने वाली मोटरसाइकिल, ऑटो ऐसे 632 वाहनों पर कार्रवाई की गई है. वाहन की गति का उल्लंघन करने के पीछे 780 कार चाालकों पर जुर्माना ठोककर प्रति 2 वर्ष के अनुसार राजस्व जमा किया गया. जिले में 75 ट्रैक्टर के खिलाफ कार्रवाई की गई. प्रति 1 हजार 500 रुपए के हिसाब से जुर्माना ठोका गया. अन्य वाहनों में टैंकर, ट्रक, मालवाहक समेत अन्य वाहन ऐसे 1353 वाहन चालकों ने वेग मर्यादा पार की. उनपर 56 लाख 13 हजार रुपए का जुर्माना ठोका गया है. वर्षभर में जनवरी से दिसंबर 2022 तक वाहन धारकों से 74 लाख 89 हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया गया है. इन सभी कार्रवाई में गति का नियम तोडने वालों में कार चालकों का ज्यादा समावेश है. तेज गति के साथ कार चलाकर यातायात नियमों की एैसी की तैसी की जा रही है. पुलिस व्दारा लगातार अभियान चलाए जाने के बाद भी वाहन के गति का नियम खुलेआम तोडा जाता है. इस वजह से आये दिन सडक दुर्घटनाएं देखने को मिल रही है.

वाहन गति जांच के लिए विशेष अभियान
हर वाहन की मर्यादा निश्चित की गई है. इसके कारण वाहन कोई भी हो, नियमों का उल्लंघन किया तो कानूनन कार्रवाई की जाती है. वाहन की गति जांच करने के लिए स्पीड गन उपलब्ध है. कार्रवाई के लिए मशीन का सहारा लिया जाता है. वाहन गति जांचने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है.
– सिध्दार्थ ठोके,
अतिरिक्त प्रादेशिक परिवहन अधिकारी, अमरावती

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