अमरावती

शिकस्त क्लास रुम का भविष्य अंधेरे में!

जिला नियोजन की मंजूरी के बाद भी प्रस्ताव धूलखाते

अमरावती/दि.24 – जिले की शिकस्त क्लास रुम के पुर्ननिर्माण का मुहूर्त अब तक नहीं निकाला गया है. शिकस्त क्लास रुम की संख्या व उनकी स्थिति को दर्शाने वाली फाइल्स आखिरकार किसके पास है? ऐसा प्रश्न इस निमित्त उपस्थित किया जा रहा है.
विगत दो वर्षों से कोरोना प्रादुर्भाव के चलते स्कूल, कनिष्ठ महाविद्यालय एवं अन्य शैक्षणिक संस्थाएं बंद थी. उस समय सिर्फ कोरोना प्रतिबंधक यहीं एकमात्र कार्यक्रम शासन व प्रशासन की ओर से लिया गया. संभवतः विकास कामों का निधि कोरोना निर्मुलन में लगाया गया. मात्र अब स्थिति बदल गई है, कोरोना का प्रादुर्भाव नहीं के बराबर होने से स्कूलें भी शुरु की गई है. जिले में करीबन 60 से 70 शिकस्त क्लास रुम का प्रस्ताव निर्लेखन के लिए भेजा गया था. इसके लिए जिला नियोजन समिति की ओर से निधी भी मंजूर किया गया था. लेकिन इसके बाद प्रस्ताव का क्या हुआ, इस बाबत कोई भी कुछ बताने में असमर्थ है, ऐसी स्थिति है. विशेष बात यह है कि स्कूल शुरु करने बाबत सरकार द्वारा गंभीरता से विचार करने के साथ ही शाला शुरु होने पर विद्यार्थियों को फिर से इसी शिकस्त कक्षाओं में बैठना पड़ेगा. क्योंकि अब तक क्लास रुम का निर्लेखन भी नहीं हुआ, जिसके चलते इस बार भी शिकस्त कक्षाओं का भविष्य अंधेरे में दिखाई दे रहा है. कई बार सदस्यों ने भी इस मुद्दे पर प्रशासन का ध्यानाकर्षित किया है. लेकिन कार्रवाई नहीं हुई है.

  • शिकस्त क्लास रुमों बाबत इससे पूर्व प्रस्ताव पारित किया गया. इस संदर्भ में निर्माण कार्य विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है निधी मंजूर होने के साथ ही निर्माण कार्य बाबत आगामी निर्णय निर्माणकार्य विभाग की ओर लिया जाएगा.
    – ई.झेड. खान, प्राथमिक शिक्षणाधिकारी, जि.प.

इस बार मिलेगी क्या नई कक्षाएं?

कोविड का प्रादुर्भाव कम होने के बाद अब शासन की ओर से कक्षा 1 से 4 की स्कूलें शुरु करने हेतु हलचलें शुरु हुई है. ऐसा रहते गत तीन से चार वर्षों से शिकस्त क्लास रुम का निर्लेखन इससे पूर्ण क्यों नहीं किया गया? ऐसा प्रश्न उपस्थित किया जा रहा है. निधि होने के बावजूद क्लास रुम व्यवस्थित न किए जाने से शिक्षकों सहित पालकों में चिंता व्यक्त हो रही है. आज भी ग्रामीण भाग की अनेक शालाएं ग्रामपंचायत सभागृह, समाज भवन व अंगणवाड़ी केंद्र में ली जाती है. जिसके चलते कम से कम इस बार शिकस्त कक्षाओं को ठीक किया जाएगा क्या? ऐसा प्रश्न पूछा जा रहा है.

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