तुलसी व गाय की महिमा को विज्ञान भी मानता है
संत ओंकारानंद महाराज का प्रतिपादन, आसाराम बापू आश्रम में भारत विश्वगुरु अभियान सप्ताह
अमरावती दि.6 – तुलसी व गाय की महिमा को केवल धर्मशास्त्र ही नहीं बल्कि विज्ञान भी मानता है. धार्मिक, अध्यात्मिक, वैज्ञानिक आदि सभी दृष्टि से तुलसी व गौ माता का महत्व है ऐसा प्रतिपादन संत ओंकारानंद महाराज ने व्यक्त किया. वे स्थानीय बडनेरा रोड स्थित संत आसाराम बापू आश्रम में भारत विश्वगुरु अभियान सप्ताह अंतर्गत आयोजित सत्संग एवं तुलसी पूजन कार्यक्रम में बोल रहे थे.
संत ओंकारनंद महाराज ने आगे कहा कि, जिस घर में तुलसी और गाय होती है उस घर में कभी रोगों का प्रवेश नहीं हो सकता. तुलसी का पौधा सभी घरों में लगाना चाहिए. किसी के घर में कारणवश गाय पाल नहीं सकते तो गौशाला में जाकर वे गौ सेवा करें. अपने तन-मन अथवा धन से जितनी भी हो सके उतनी गौ सेवा करे. संत आसाराम बापू के संदर्भ में उन्होंने कहा कि जो भी महापुरुष इस धरती पर हुए है उन्हें मुसीबतों और कष्टों से गुजरना पडा. बापूजी निर्दोश है और वे एक दिन निश्चित ही बरी होंगे और दुनिया भी जान जाएगी की बापूजी निर्दोश है.
गुरुभक्तों को अपने गुरुदेव पर अडिक श्रद्धा होनी चाहिए. उनके व्दारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर आत्मकल्याण के साथ-साथ विश्व कल्याण के लिए भी योगदान देना चाहिए. आज विश्व कोरोना जैसी महामारी का सामना कर रहा है ऐसे आपातकाल में देश-विदेश में बसे बापूजी के साधक यथाशक्ति सेवा कर रहे है यह बहुत अच्छी बात है हमें नि:स्वार्थ सेवा में लगे रहना चाहिए हमारे लिए सेवा भी साधना ही है. इस अवसर पर योग वेदांत सेवा समिति, महिला उत्थान मंडल, युवा सेवा संघ आदि संगठनों के पदाधिकारी व सदस्य तथा महिला व पुरुष बडी संख्या में उपस्थित थे. सत्संग के पश्चात सभी श्रद्धालुओं ने सामुहिक रुप से तुलसी पूजन किया आरती के बाद प्रसाद वितरण कर कार्यक्रम का समापन किया गया.