अमरावती

अलग-अलग मुद्दों पर लडाकर समाज को बुनियादी समस्याओं से दूर कर रही सरकार

डॉ.नीलेश विश्वकर्मा ने लगाया आरोप

* मुंबई के शिवाजी पार्क में संविधान सभा में दागी तोप
अमरावती/दि.28– जहां समाज का हर वर्ग अपनी बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष कर रहा है, वहीं यह सरकार लोगों को अलग-अलग मुद्दों पर लडाकर उन्हें बुनियादी मुद्दों से दूर कर रही है, यह आरोप मुंबई के शिवाजी पार्क पर आयोजित संविधान सभा के दौरान डॉ. नीलेश विश्वकर्मा नेे लगाया. उन्होंने कहा कि, कपास, सोयाबीन, संतरा उत्पादक किसान बेहद परेशान हैं, क्योंकि उन्हें अपनी फसलों के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं. दूसरी ओर हमारा युवा साथी बेरोजगारी की समस्या से परेशान है. अमरावती के युवा नेता और वंचित बहुजन युवा आघाड़ी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नीलेश विश्वकर्मा ने कहा कि, देश में समाज के विभिन्न मुद्दों पर सरकार की अनदेखी, राज्य और केंद्र सरकार के कामकाज पर गहन सामाजिक रुख अपनाने की ओर ध्यान दिलाया. इस संविधान सभा में वंचित बहुजन आघाड़ी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश उर्फ बालासाहेब आंबेडकर, वंचित वंचित आघाड़ी के पदाधिकारी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले समेत अन्य गणमान्य मौजूद थे.

डॉ. विश्वकर्मा ने कहा कि, देश में बेरोजगारी की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है और सरकारी नौकरियां और आरक्षण खत्म करने
की साजिशें रची जा रही हैं. उन्होंने कहा कि, युवाओं के पास काम न होने के कारण वे आत्महत्या करने के लिए विवश हो गए हैं. लाखों युवा अब रोजगार के लिए सड़कों पर आ रहे हैं और पांच से दस जगह की भर्ती के लिए लाखों आवेदन भरे जा रहे हैं, इतना होने पर भी सरकार युवाओं को नौकरी देने के बजाय चाय पिलाने की सलाह दे रही है. बहुत से किसान तो लागत मूल्य भी नहीं निकल पा रहे हैं, लेकिन उन्होंने इस बैठक में यह भी आरोप लगाया है कि, हमारी निर्दयी सरकार गलत बातें कर युवाओं और किसानों को उनके विकास से दूर रख रही है.

* पृथक विदर्भ की मांग की
शिवाजी पार्क में उपस्थित लाखों नागरिकों के समक्ष डॉ. नीलेश विश्वकर्मा ने पृथक विदर्भ की मांग की. उन्होंने कहा कि, विदर्भ एक समृद्ध क्षेत्र है और राज्य सरकार जानबूझकर विदर्भ को विकास से दूर रख रही है. यहां के ग्रामीण इलाकों का विकास पूरी तरह से अवरुद्ध है, क्योंकि यहां के किसानों को सिंचाई, कृषि उपज के दाम जैसी तमाम चीजें नहीं मिल पाती हैं. स्वतंत्र विदर्भ बनने से कई समस्याओं का समाधान आसानी से हो सकता है.

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