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‘शिवाय नमस्तुभम्….’के जयकारों से निकली भव्य दिव्य कांवड यात्रा

राजस्थानी महिला मंडल ने की भगवान का शिव की आराधना

चांदुर रेलवे/दि.17-शहर में गांधी चौक दत्त मंदिर से अमरावती रोड पर मांजरखेड कस्बा स्थित पातालेश्वर शिव मंदिर तक राजस्थानी महिला मंडल द्वारा पुरुषोत्तम श्रावण मास और अधिकमास निमित्त भव्यदिव्य कांवड यात्रा निकालकर शिव अभिषेक किया गया. चांदूर रेलवे राजस्थानी महिलाओं द्वारा पुरुषोत्तम श्रावण मास और अधिक मास के उपलक्ष्य में गांधी चौक से प्राचीन शिव मंदिर पातालेश्वर महादेव मंदिर तक 5 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा सुबह 7 बजे निकाली. यात्रा में हर हर महादेव, शिवाय नमस्तुभम के जयकारे के साथ भजन गाते व नाचते हुए श्रद्धालुओं ने सहभाग लिया.
सुंदर कांवड़ सजाकर पारंपरिक राजस्थानी वेशभूषाओं में सज- धज कर कांवड़ यात्रा में महिलाएं शामिल हुई थीं. पातालेश्वर शिव मंदिर में महिलाओं ने भगवान शिव की पूजा-अर्चना, अभिषेक, आरती कर प्रसाद ग्रहण कर समापन हुआ. इस कांवड़ यात्रा में सीमा कलावटे, हर्षा जैन, ज्योति मुंधडा, नीता अग्रवाल, मयूरी मारोटे, माया कलावटे, अनीता कलावटे, भारती कलावटे, सविता मुधडा, प्रीति कलावटे, शिवानी मारोटे, राधिका छीत्तरका, मीना चांडक, समता छीत्तरका, चेतना जालान, सोनाली जालान, दुर्गा भूत, रेखा जोशी, सूर्यकांता चांडक, शीतल लोया, दिशा खाकोले, रेखा भूत, प्रमिला जालान, नीलिमा शर्मा, स्नेहा गणेडीवाल, शीला भारूका, सुनंदा हालगुडे, रानी दुबे, करूणा जावळकर, प्रमिला जालान, रूपाली भूत, मयूरी मारोटे, वाघ, उपाध्या, गोठले, खुशी जालान, ममता गंगन, रेनू जालान, मोनिका भुत, प्रगति रॉय, मीनाक्षी रॉय, प्रियंका मुरायते, केशरवाणी, माला उज्जैनकर, दिडपाये, नखाते, जया उज्जैनकर सहित अन्य महिलाओं का समावेश रहा. मांजरखेड में शिवभक्तों की ओर से कांवड़ यात्रा का स्वगत कर चाय, अल्पोहार की व्यवस्था राजकुमार जालान, गिरधारी भुत, पारस रॉय, निशिकांत देशमुख, अश्विन चांडक, राजू कलावटे और अन्य शिवभक्तों द्वारा की गई थी.
* नन्हीं शिवभक्त रूथवी बनी सभी का आकर्षण
इस कांवड़ यात्रा में रुथवी प्रितेश छितरका यह ढाई वर्ष की सच्ची शिवभक्त सभी के आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी. रूथवी अपने नन्हें-मुन्ने कदम से चलते छोटे-छोटे हाथों से कांवड़ कंधे पर रख ओम नम: शिवाय का जाप करते शिवभक्ति का परिचय दे रही थी. इसके साथ विहा जालान,
वैष्णवी कलावटे, कात्यायनी कलावटे और अन्य बच्चे भी पैदल चल रहे थे.

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