दि गुजराती एज्यु. सोसा. की नामांकन प्रक्रिया हुई शुरू
3 जुलाई को होंगे चुनाव, दिलीप पोपट व निलेश लाठिया के पैनल होंगे आमने-सामने
* लोहाणा गुजराती तथा गुजराती जैन समाज की चुनाव को लेकर हुई अलग-अलग बैठकें
* लॉबींग व फिल्डींग के साथ ही मोर्चाबंदी का दौर हुआ तेज
* अगले तीन वर्ष के लिए चुनी जायेगी संस्था की नई कार्यकारिणी
अमरावती/दि.17– अमरावती शहर व जिले सहित समूचे विदर्भ के शिक्षा क्षेत्र में नामांकित व लब्ध प्रतिष्ठित रहनेवाली दि गुजराती एज्युकेशन सोसायटी की नई कार्यकारिणी के चुनाव आगामी 3 जुलाई को होने जा रहे है. जिसकी चुनावी प्रक्रिया शुरू हो गई है. जिसके तहत संस्थागत चुनाव लडने हेतु पात्र रहनेवाले इच्छुकों के नामांकन स्वीकार करने का काम शुरू कर दिया गया है. पता चला है कि, इस चुनाव के लिए संस्था के मौजूदा अध्यक्ष दिलीपभाई पोपट तथा अध्यक्ष पद की रेस में रहनेवाले निलेशभाई लाठिया के नेतृत्व में दो पैनल आमने-सामने होंगे.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक अभी हाल ही में लोहाणा गुजराती समाज की एक बैठक भक्तिधाम मंदिर में आयोजीत की गई थी. जिसमें लोहाणा गुजराती समाज द्वारा दि गुजराती एज्युकेशन सोसायटी के अध्यक्ष पद हेतु सर्वसम्मति से दिलीपभाई पोपट का नाम प्रस्तावित किया गया और दिलीपभाई पोपट को इस चुनाव हेतु अपना पैनल गठित करने के अधिकार दिये गये. बता दें कि, दि गुजराती एज्युकेशन सोसायटी में लोहाणा गुजराती समाज के 110 वोट है. वहीं दूसरी ओर इस सोसायटी में गुजराती जैन समाज के कुल 140 वोट है और गुजराती जैन समाज द्वारा दि गुजराती एज्युकेशन सोसायटी के अध्यक्ष पद हेतु निलेशभाई लाठिया का नाम प्रस्तावित किया गया है और निलेशभाई लाठिया को पैनल गठित करने एवं विभिन्न पदों के लिए पदाधिकारियों के नामों का चयन करने का अधिकार दिया गया है. जिसका सीधा मतलब है कि, दि गुजराती एज्युकेशन सोसायटी हेतु होने जा रहे त्रैवार्षिक चुनाव में इस बार दिलीपभाई पोपट एवं निलेशभाई लाठिया के नेतृत्ववाले दो पैनलों के बीच मुकाबला होगा. जिसके लिए दोनोें ओर से अभी से ही अच्छी-खासी मोर्चाबंदी करनी शुरू कर दी गई है.
* अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के साथ ही 12 कार्यकारिणी सदस्यों का होगा चयन
ज्ञात रहे कि, इस चुनाव के जरिये संस्था के नये अध्यक्ष व एक उपाध्यक्ष सहित 12 कार्यकारिणी सदस्यों का चयन किया जायेगा. साथ ही 14 सदस्यीय कार्यकारिणी में सोसायटी के निवर्तमान अध्यक्ष को पूर्व अध्यक्ष के तौर पर शामिल किया जायेगा. साथ ही सोसायटी में मतदान के जरिये निर्वाचित अध्यक्ष व उपाध्यक्ष तथा 12 सदस्यों द्वारा दो स्वीकृत सदस्यों का चयन किया जायेगा. जिसके उपरांत कार्यकारिणी में शामिल सभी 17 लोगों द्वारा अपने बीच में से ही किसी एक को कोषाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी जायेगी. ऐसे में अब सभी की निगाहें आगामी 3 जुलाई को होने जा रहे दि गुजराती एज्युकेशन सोसायटी के चुनाव की ओर लगी हुई है.
* आजादी पूर्व काल में हुई थी संस्था की स्थापना
– बदलते वक्त के साथ पकडी आधुनिकता की राह
बता देें कि, आजादी पूर्व काल के दौरान अमरावती शहर निवासी गुजराती समाज के कई गणमान्य नागरिकों ने एक साथ आते हुए दि गुजराती एज्युकेशन सोसायटी की स्थापना की थी. जिसके जरिये शहर के शिक्षा क्षेत्र में शुरू से लेकर अब तक नामांकित रहनेवाली मणिबाई गुजराती हाईस्कुल शुरू की गई. साथ ही आगे चलकर वर्ष 1975 में एसटीके ज्युनियर कॉलेज एवं वर्ष 1989 में प्री-प्राईमरी व प्राईमरी इंग्लिश स्कुल शुरू की गई. जिसका आगे चलकर इंग्लिश मीडियम की कक्षा 10 वीं तक विस्तार भी किया गया. शहर के बीचोंबीच अंबापेठ परिसर स्थित मणिबाई हाईस्कुल को शहर के शिक्षा क्षेत्र में बेहद प्रतिष्ठापूर्ण स्थान प्राप्त है और बदलते वक्त के साथ दि गुजराती एज्युकेशन सोसायटी द्वारा विद्यार्थियों को अत्याधुनिक तंत्रज्ञान से अवगत कराने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किये जा रहे है. शहर में बेहतरीन व उन्नत शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए समर्पित दि गुजराती एज्युकेशन सोसायटी की कार्यकारिणी हेतु त्रैवार्षिक चुनाव करवाये जाते है और विगत कार्यकारिणी का कार्यकाल खत्म हो जाने के चलते अब अगले तीन वर्षों के लिए संस्था की नई कार्यकारिणी का चयन करने हेतु आगामी 3 जुलाई को चुनाव करवाया जा रहा है. जिसके लिए संस्था द्वारा तमाम आवश्यक तैयारियां शुरू की गई है.
* कुल 540 मतदाता है पंजीकृत
– 100 से 120 मतदाताओं की हो चुकी है मृत्यु
बता देें कि, दि गुजराती एज्युकेशन सोसायटी में आजीवन सदस्य के तौर पर कुल 540 मतदाता पंजीकृत है. किंतु इसमें से अब करीब 100 से 120 मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है और इससे पहले हुए दो चुनावों में क्रमश: 403 व 421 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.
* केवल एक बार हुआ था निर्विरोध चुनाव
यहां पर उल्लेखनीय यह भी है कि, करीब 86 वर्षों का शानदार व प्रदीर्घ इतिहास रखनेवाली दि गुजराती एज्युकेशन सोसायटी में अब तक केवल एक बार अध्यक्ष पद का निर्वाचन निर्विरोध तरीके से हुआ है. जब वर्ष 2005 में सुधीरभाई शाह निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे. वहीं इस संस्था में नये सदस्यों का पंजीयन अंतिम बार वर्ष 1993 में हुआ था. ऐसे में संस्था द्वारा नये सदस्यों के पंजीयन को लेकर भी विचार-विमर्श किया जा रहा है. साथ ही साथ आगामी 3 जुलाई को होनेवाले चुनाव की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं.