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चुटीले विज्ञापन की आंच अमरावती तक पहुंची

मेंढक नहीं हो सकता हाथी

* डॉ. बोंडे का शिंदे गट को ताना
अमरावती/दि.14- मंगलवार को शिवसेना शिंदे गट द्वारा प्रमुख समाचार पत्रों में जारी विज्ञापन को लेकर मचा बवाल दूसरे रोज भी थमने की बजाय बढ़ता नजर आ रहा है. विज्ञापन की आंच अमरावती तक पहुंच गई है. अमरावती में युति के दो धुरंधर भिड़ गए हैंं. भाजपा सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने यह कहते हुए कटाक्ष किया कि मेंढक कितना भी फूला तो हाथी नहीं हो सकता. वहीं प्रहार के अध्यक्ष और विधायक बच्चू कडू ने दोटूक कहा कि शिंदे विद्रोह नहीं करते तो भाजपा सत्ता में नहीं आ पाती.
* ठाणे यानि राज्य नहीं
राज्यसभा सदस्य डॉ.बोंडे ने केंद्र में नरेंद्र और महाराष्ट्र में शिंदे विज्ञापन पर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने बड़े तीखे शब्दों में शिंदे गट और मुख्यमंत्री पर धावा बोला. बोंडे ने कहा कि सीएम के तौर पर एकनाथ शिंदे का पूर्ण आदर है. किन्तु उनके सलाहकार उन्हें गलत सलाह दे रहे हैं, ऐसा लगता है. बोंडे ने कहा कि जिस प्रकार उद्धव ठाकरे को मुंबई यानि संपूर्ण महाराष्ट्र लगता था, वैसा ही एकनाथ शिंदे को अब ठाणे यानि पूरा महाराष्ट्र लग रहा है, किन्तु ठाणे यानि पूरा महाराष्ट्र नहीं है. बोंडे ने कहा कि विज्ञापन में कितने भी दावे किये जाए, कोई फर्क नहीं पड़ता. महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सर्वोत्तम नेतृत्व हैं. पश्चिम महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, उत्तर महाराष्ट्र सभी भागों में फडणवीस ने प्रभावी कार्य किया है. फडणवीस बहुजनों हेतु कार्य करते हैं.
* देसाई की संयत प्रतिक्रिया
डॉ. बोंडे की तीखी प्रतिक्रिया के बावजूद शिंदे गट के मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि मंगलवार को प्रकाशित विज्ञापन शिवसेना का अधिकृत विज्ञापन नहीं है. एक हितचिंतक ने यह विज्ञापन दिया था. विज्ञापन के कारण दोनों पक्षों के बीच कोई संभ्रम पैदा हुआ हो तो वरिष्ठ नेता उसे चर्चा से दूर करेंगे. देसाई ने कहा कि बोंडे की प्रतिक्रिया उन्होंने देखी है. मुख्यमंत्री पर इन शब्दों में आलोचना करना ठीक नहीं. हमने संयम रखा है, उन्हें भी रखना चाहिए.
* फडणवीस की कर दी मट्टी
शिवसेना उद्धव गट के संजय राऊत ने कहा कि 105 विधायकों के नेता देवेंद्र फडणवीस की 40 लोगों के शिंदे गट ने मिट्टी कर दी है. उनका कान दर्द का कारण सच हो सकता है, ऐसे विज्ञापन से फडणवीस का कान ही क्या, पेट, सीना सभी दर्द करने का ताना भी राऊत ने लगाया. उन्होंने कहा कि शिंदे सरकार को हार्ट अटैक भी आ सकता है.

भाजपा कैसे सत्ता में आती
युति सरकार का समर्थन कर रहे प्रहार पक्ष के विधायक बच्चू कडू ने भाजपा को खरी-खरी सुना दी. कडू ने कहा कि शिंदे बगावत न करते तो भाजपा सत्ता में कैसे आती? भाजपा को उनका महत्व देख लेना चाहिए. अमरावती में मीडिया से बातचीत में कडू ने कहा कि एकनाथ शिंदे के 40 विधायकों के बलिदान के कारण ही भाजपा आज महाराष्ट्र में सत्ता में है नहीं तो पूरे पांच साल उद्धव ठाकरे सीएम रहते और इसके बाद भाजपा में मुश्किल से 50-60 विधायक चुनकर आते. इसलिए शिंदे सहित उनके सहयोगियों का महत्व भाजपा ने ध्यान में लेना चाहिए. कडू ने यह भी कहा कि हम राजनीतिक लोग उथले नहीं रहते, कोई छोटी बात के लिए रार नहीं करते. केंद्र में 24 पार्टियों की सरकार एकत्र काम कर रही है. किन्तु गांव में दो गट एक साथ बैठने तैयार नहीं रहते. इसलिए बड़े नेताओं की मानसिकता छोटी बातों को अनदेखा करने की रहती है. कडू ने यह भी कहा कि शिंदे एकमेव मुख्यमंत्री हैं, जिनके बंगले पर रात 12 से 1 बजे तक लोग मदद के लिए आते हैं और शिंदे उनकी जरुरी मदद करते हैं. कडू ने कहा कि विकास कामों के लिए जानबूझकर त्रास दिया जा रहा है. वरिष्ठ से तकलीफ नहीं दी जाती. स्थानीय स्तर पर विधायक और सांसद को तकलीफ होती है. इसलिए भाजपा को सावधानी रखनी चाहिए. कडू ने बोगस बीज और खाद के विषय में दोषियों पर कार्रवाई न होने पर सरकार का क्या फायदा? सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि सांसद, विधायक, मंत्री, सचिव, कृषि अधिकारी सब कुछ हैं. इसके बावजूद किसानों के साथ धोखाधड़ी होने पर कार्रवाई नहीं होती है तो इस सबका कोई फायदा नहीं.

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