10 हजार मृत खाताधारकों के वारिस बनेंगे उनकी जमीनों के मालिक
जीवित 7/12 मुहिम में गांवनिहाय सर्वे हुआ पूरा, अब फेरफार के कामों की प्रक्रिया

अमरावती /दि.23– 7/12 दस्तावेज पर मृत खाताधारक का नाम कायम रहने के चलते उनके उत्तराधिकारियों को कई समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडता था. जिसे ध्यान में रखते हुए जिले में जीवित 7/12 अभियान पर अमल करना शुरु किया गया. जिसके तहत पटवारी के जरिए किए गए गांवनिहाय सर्वे में 10 हजार से अधिक मृतक किसानों के नाम पर 7/12 दस्तावेज रहने की बात सामने आई. जिसके लिए फेरफार की प्रक्रिया शुरु हो जाने के बाद मृतक किसानों के नाम पर अब उनके उत्तराधिकारियों के नाम 7/12 के दस्तावेज पर चढाए जाएंगे.
राज्य सरकार के 100 दिवसीय कृति कार्यक्रम अंतर्गत जीवित 7/12 अभियान चलाया जा रहा है. इस मुहिम पर अमल करने हेतु ग्राम राजस्व अधिकारियों के जरिए गांवनिहाय सर्वे किया गया. जिसके तहत 7/12 दस्तावेजों पर नाम दर्ज रहनेवाले 9618 खातेदार मृत रहने की बात सामने आई. इन मृतकों के उत्तराधिकारियों को कृषि भूमि से संबंधित अधिकार मिले, इस हेतु जीवित 7/12 अभियान जिले में चलाया जा रहा है, ऐसी जानकारी उपजिलाधीश (राजस्व) विवेक जाधव द्वारा दी गई.
समय व पैसे की बचत, काम भी फटाफट
इस अभियान के चलते मृत खाताधारकों के वारिसों को फेरफार हेतु लगनेवाले समय व पैसे की बचत हो रही है. कम अवधि में खेत जमीन वारिसों के नाम पर होने के चलते यह योजना कल्याणकारी भी साबित हो रही है.
* मृत खाताधारकों की तहसीलनिहाय संख्या
पटवारियों द्वारा किए गए सर्वेक्षण के चलते जिले में 9618 खाताधारक मृत पाए गए. जिसके तहत चिखलदरा तहसील में सर्वाधिक 1698, भातकुली में 1601, धारणी में 1041, चांदुर बाजार में 966, दर्यापुर में 846, अमरावती में 715, अंजनगांव में 786, अचलपुर में 662, धामणगांव में 363, नांदगांव खंडेश्वर में 306, चांदुर रेलवे में 206, तिवसा में 246, वरुड में 121 तथा मोर्शी में 62 खाताधारक मृत रहने की बात स्पष्ट हुई.
* जिले में फेरफार की प्रक्रिया गतिमान
इस कालबद्ध अभियान हेतु तहसीलदार को तहसील के लिए समन्वय अधिकारी तथा जिलाधीश को जिले के लिए नियंत्रण अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया है. जिले में फेरफार पंजीयन का काम प्रगति पर रहने के चलते इस अभियान की प्रक्रिया सुलभ तरीके से होने की बात सामने आई है.
* वारिसों को मिलेगा जमीन का मालकी हक
वारिस पंजीयन में लेटलतिफी होने के चलते मृत किसानों के नाम पर जमीन एवं 7/12 दस्तावेज रहते है. जिसके परिणामस्वरुप ऐसे मृतक किसानों के वारिसों को मालकी हक प्राप्त करने हेतु काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडता है, ऐसे मामलो में जीवित 7/12 अभियान काफी सहायक साबित हो रहा है, ऐसी जानकारी जिलाधीश सौरभ कटियार द्वारा दी गई है.
* जिला स्थिति
मृत खातेदार संख्या – 9618
वारस प्रस्ताव निर्णय – 1659
वारस फेरफार दाखिल – 1272
वारस पंजीयन आवेदन – 631
वारस फेरफार मंजूर – 476