* अप्रैल के पांच दिनों का तापमान कई वर्षों में सबसे ज्यादा
* सभी व्यक्तियों को स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतने की जरुरत
अमरावती/ दि.6 – फिलहाल आसमान से सूरज आग उगल रहा है. सुबह 9 बजे से ही अच्छी खासी गर्मी महसूस होने लगी है. सामान्य तौर पर अप्रैल के तीसरे या चौथे सप्ताह में अमरावती का पारा 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है. मगी इस बार मार्च माह के अंतिम सप्ताह में ही तापमान का पारा 42 डिग्री पर जा पहुंचा. खास बात यह है कि, मंगलवार को रहने वाले 44.1 डिग्री तापमान पिछले 15 वर्ष में इस तारीख को कभी इतना अधिक नहीं था. जानलेवा गर्मी से अमरावतीवासी चिंतीत हो रहे है. क्योंकि तेज गर्मी के अभी दो माह अभी बकाया है.
विदर्भ की गर्मी याने तकलीफदेह होती है. अमरावती, अकोला, चंद्रपुर इन शहरों में तो सूर्य मानो जैसे आग उगल रहा है. हर वर्ष अप्रैल के मध्य में या अंत में रहने वाला तापमान इस बार पहले ही सप्ताह में अमरावतीवासियों को अनुभव लेने को मिल रहा है. सुबह 9 बजे धूप तपने लगती है. फिलहाल उत्तर भारत में उष्णता की लहर है. इसके कारण उस क्षेत्र से आने वाली गर्म हवा के कारण तापमान अधिक होने की बात तज्ञों ने बताई.
तापमान की स्थिति देखते हुए पशुधन का संरक्षण करने के लिए उपाययोजना करे, मवेशियों को ठंडे व स्वच्छ पानी दें, मवेशियों से सुबह 11 से दोपहर 4 बजे के बीच काम कराना बंद करे, तबेलों पर घास बिछाए, शेड सिमेंट या टीन का हो तो सफेद रंग लगाए, आहार में हरा चारा, प्रोटीन युक्त खनीज मिश्रण व नमक युक्त भोजन दे, मवेशियों को सुबह या शाम के वक्त चरणे के लिए छोडे, ऐसा आह्वान किया गया है.
उष्णता से बीमार व्यक्ति का उपचार
ऐसे व्यक्ति को किसी ठंडी जगह पर रखे. शरीर का तापमान नीचे लाने का प्रयास करे, गिले कपडे से उसे पोछते रहे, सिर पर ठंडा पानी डाले, ऐसे व्यक्ति को तत्काल समीपस्थ स्वास्थ्य केंद्र में ले जाए क्योंकि उष्माघात घातक साबित हो सकती है, ऐसा आह्वान स्वास्थ्य विभाग व्दारा किया गया है.
उष्माघात से बचाव
तीव्र गर्मी में खासतोैर पर दोपहर 12 से 3 बजे के बीच घर से बाहर निकलना टाले, भरपुर पानी पीते रहे, संभव हो तो हल्के रंग का सुती कपडा पहने, घर से बाहर निकलते समय छत्री, टोपी, चष्मे का वापर करे, शराब, चाय कॉफी, शितपेय व बासा अनाज खाना टाले, गर्मी में काम करते समय चेहरा व सिर गिले कपडे से ढके, बाहर तापमान अधिक हो तो शारीरिक श्रम का काम टाले, किसान व खेतमजदूर खेत में काम करते वक्त भरपुर पानी ले, तेज धूप के वक्त काम ने करे, चक्कर आ रहा हो या बीमार महसूस हो तो तत्काल डॉक्टर के पास जाए, ओआरएस, लस्सी, मही, निंबु पानी आदि घरेलू शितपेय का भरपुर सेवन करे, प्राणियों को छाव में रखकर भरपुर पानी पीने को दे, ऐसी सलाह स्वास्थ्य विभाग ने दी.
शहर में 15 वर्ष का 15 अप्रैल को अधिकतम तापमान
2009 40 डि.से.
2010 41 डि.से.
2011 37.7 डि.से.
2012 42 डि.से.
2013 40.2 डि.से.
2014 40.8 डि.से.
2015 37.5 डि.से.
2016 40.7 डि.से.
2017 42 डि.से.
2018 42 डि.से.
2019 43 डि.से.
2020 38.4 डि.से.
2021 42 डि.से.
2022 44.1 डि.से.