अमरावतीमहाराष्ट्र

कालजयी होता है शारदा देवी की जागृति से रचा गया इतिहास

साहित्यकारों का आत्मसाक्षात्कार कार्यक्रम

अमरावती/दि.8-शारदा देवी की जागृति से रचा गया साहित्य कालजयी होता है, उक्ताशय के विचार बावीसा ब्राह्मण प्रतिभा मंच द्वारा आयोजित काव्य गोष्ठी कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सहजयोग इन्दौर संस्था के वरिष्ठ संयोजक अनिल तिवारी जी ने रखे. उन्होंने कहा कि आत्मसाक्षात्कार से प्रकाशित आत्मा पर शारदा देवी का आशीष जागृत होता है. आशीर्वादित साहित्यकार ऐसे कालजयी साहित्य की रचना करता है जो समाज का सच्चा मार्गदर्शन कर सके.
श्री मां निर्मला देवी सहज योग केंद्र नवलखा परिसर में बावीसा ब्राह्मण प्रतिभा मंच द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया. सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर वंदना शास्त्री और आरती दुबे ने माँ शारदा देवी की स्तुति गाई. साथ ही सहजयोग आत्म साक्षात्कार द्वारा आध्यात्मिक ऊर्जा का जागरण कर सद् साहित्य के सृजन का संकल्प लिया गया. पश्चात कविता, गजल मालवी तथा निमाड़ी लोकगीत, गणगौर गीत, मोनोलॉग समाज के रचनाकारों द्वारा प्रस्तुत किए गए. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. दीपा मनीष व्यास एवं वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण जोशी रहे. विशिष्ट अतिथि बावीसा ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष विनय पुराणिक तथा अखिल भारतीय बावीसा ब्राह्मण समाज के महामंत्री पंडित मनोज व्यास थे. मुख्य अतिथि प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. दीपा मनीष व्यास ने कहा कि जिस समाज में साहित्य का विस्तार होता है वह समाज उत्तरोत्तर प्रगति करता हुआ राष्ट्र निर्माण की नींव को निरंतर प्रगाढ़ करता है. ध्यान एवं आत्मा के प्रकाशन की दिव्यता से साहित्यकार की सर्जनात्मकता आशीर्वादित होती है.
सारस्वत अतिथि प्रवीण जोशी ने कहा ब्राह्मणों का कर्म है लेखन करना क्योंकि साहित्य मस्तिष्क के प्रबोधन और बुद्धि के परिमार्जन का परिणाम है. सहजयोग की साधना से प्रबोधित साहित्यकार निश्चित रूप से सार्थक रचनाकर्म द्वारा समाज को दिशा दिखाएँगे. उन्होंने बावीसा ब्राह्मण प्रतिभा मंच को बहुत शुभकामनाएं, बधाई देते हुए सभी रचनाकारों की रचनाओं को बेहद सराहा.
कार्यक्रम का स्वागत भाषण संस्था की संयोजक अध्यक्ष सुषमा राजनिधि ने दिया तथा डॉ. प्रणव श्रोत्रिय ने प्रतिभा मंच की स्थापना, उद्देश्य और संपादन पर विचार रखें. रचनाकारों में रंजना शर्मा सुमन ने हिंदी भाषा पर कविता प्रस्तुत की. नंदिनी शर्मा, प्राची पांडे, वंदना शास्त्री ने भी कविताएं सुनाई. इन्दौर के शान- ए-गजल विकास जोशी ‘वाहिद’ ने गजल की प्रस्तुति से सबको प्रभावित किया. इसी तरह प्रज्ञा श्रोत्रिय, प्रसिद्ध कलाकार चंद्र मोहन पाठक, कुमुदिनी दुबे, रुचि व्यास, रचना व्यास, वंदना शर्मा, मंगला पांडे, सुयोग मुंशी तथा जितेंद्र पांडेय, वंदना मुंशी, सुभद्रा पुराणिक और साधना पुराणिक ने अपनी रचना से सभी को प्रभावित किया. अंत में आभार वरिष्ठ साहित्यकार रमेश चंद्र शर्मा ने माना. इस अवसर पर कार्यक्रम का कुशल संचालन कर रही साहित्यकार डॉ.आरती राजेश दुबे को साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश से काव्य कृति प्रकाशन पर समाज द्वारा विशेष सम्मान प्रदान किया गया.

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