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फैसले की घडी आयी, बूब की आज, कडू की कल बैठक

कार्यकर्ताओं में उत्साह भी और बेचैनी भी

* लोकसभा 2024 की महाभारत
अमरावती/ दि. 20- घोषित लोकसभा इलेक्शन के लिए आज दोपहर तक अमरावती में किसी भी पार्टी या गठबंधन का अधिकृत उम्मीदवार घोषित नहीं होने से दोनों ही पक्षों के कार्यकर्ताओं में जहां उत्सुकता बनी है. वहीं अमरावती की आरक्षित सीट से चुनाव लडने की योग्यता रखनेवाले शिवसैनिक दिनेश बूब के समर्थकों ने उबाठा ग्रुप के सभी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं की बैठक आहूत की है. यह बैठक खापर्डे बगीचा के न्यू आजाद मंडल के प्रांगण में होने जा रही है. जिसमें निर्णय की संभावना व्यक्त करते हुए कहा गया कि फैसला करने की बेला हैं. उल्लेखनीय है कि अचलपुर के विधायक तथा प्रहार जनशक्ति पक्ष के प्रमुख ओम प्रकाश उर्फ बच्चू कडू ने भी पदाधिकारी की विदर्भस्तरीय बैठक कल गुरूवार 21 मार्च को दोपहर 4 बजे रहाटगांव स्थित होटल गौरी इन में रखी है. समूचे विदर्भ से प्रहारी सैकडों की संख्या में आनेवाले हैं.
बूब की बैठक में आयेंगे सभी
दिनेश बूब समर्थकों ने पिछले एक माह से सोशल मीडिया पर अपने नेता के फेवर में कैम्पेन चला रखा है. अत: आज शाम होने जा रही बैठक में जिले से शिवसेना उबाठा के पदाधिकारी अवश्य उपस्थित रहने की जानकारी बूब के करीबियों ने अमरावती मंडल को दी और बताया कि सुधीर सूर्यवंशी, पूर्व सासंद अनंतराव गुढे, जिला प्रमुख सुनील खराटे, श्याम देशमुख, मनोज कडू, महानगर प्रमुख पराग गुडधे बैठक को संबोधित करेंगे. वर्तमान और पूर्व पदाधिकारी, शिवसेना, महिला आघाडी, युवा सेना, युवती सेना, शिवसेना पर स्नेह करनेवाले सभी लोग बैठक में शामिल हो रहे हैं. शिवसेना मध्यवर्ती कार्यालय ने इस बारे में सभी पूर्व विधायक, जिला परिषद सदस्य, नगर सेवक, सभापति, नगराध्यक्ष, पंचायत समिति सदस्य के बैठक में उपस्थित होने का भरोसा व्यक्त किया है. पार्टी सूत्रों ने अमरावती मंडल को बताया कि पक्ष प्रमुख उध्दव ठाकरे के अपमान का प्रतिशोध लेने के लिए शिवसैनिक तत्पर हैं.
* क्या कडू कल खोलेंगे पत्ते
बच्चू कडू के प्रहार की कल महत्वपूर्ण बैठक आयोजित है. जिसमें लोकसभा चुनाव को लेकर फैसला लिया जाना हैं. कडू मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार का न केवल समर्थन कर रहे हैं. अपितु वे दिव्यांग विभाग के अध्यक्ष भी हैं. यह पद राज्य मंत्री समकक्ष रहने से कडू के चुनाव के स्टैंड को लेकर कौतूहल देखा जा रहा हैं. हालांकि कडू ने हाल के अपने बयानों से संभ्रम बना रखा है. वे महायुति के प्रत्याशियों का समर्थन करेंगे या विरोध, इस बात को लेेकर अमरावती के वोटर्स उत्सुक हैं. याद दिला दे कि कडू स्वयं अमरावती संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड चुके हैं. उसके बाद यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई.

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