अमरावती

घरकुल की प्रतीक्षा में रासेगांव के दिव्यांग का घर ढहा

राष्ट्रवादी विद्यार्थी कांग्रेस की प्रशासन से आर्थिक मदद की मांग

परतवाड़ा/दि.20– केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जनसामान्यों के लिए चलाई जाने वाली योजना का लाभ शर्तों व प्रशासन की लापरवाही के कारण कठिन होता है. ऐसे ही कुछ प्रसंग रासेगांव के एक दिव्यांग के हिस्से में आया है. घरकुल की प्रतीक्षा कर रहे इस परिवार का घर बारिश के कारण ढह गया. लेकिन सूची में नाम होकर भी अब तक उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिला है.
रासेगांव की प्रमिला गणेशराव ठवकर का घरकुल सूची में नाम है. लेकिन अब तक उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिला. लाभ मिलने पर पक्का घर बनाएंगे, ऐसी उम्मीद लगाये मां-बेटा बैठे है. इस परिवार के संदीप गणेशराव ठवकर दिव्यांग हैं. घरकुल बनाने हेतु उन्हें प्राथमिकता भी है, लेकिन यंत्रणा ने अब तक उनकी ओर ध्यान ही नहीं दिया है. जिसके चलते भरी बारिश में मां को लेकर घर से बाहर रहने की नौबत उन पर आयी है. उनका घर संततधार बारिश के कारण ढह गया. सुदैव से कोई जीवित हानि नहीं हुई.लेकिन इन मां-बेटे को बेघर होना पड़ा.
घर ढहने की जानकारी मिलते ही महसूल अधिकारी वहां का पंचनामा करने हेतु दाखिल हुए थे. अब ये दोनों कहा रहे, ऐसा प्रश्न निर्माण हुआ है. ग्रामपंचायत द्वारा कुछ समय के लिए उन्हें रहने की व्यवस्था करना जरुरी है. दरमियान प्रशासन द्वारा ठवकर परिवार को तत्काल आर्थिक मदद करने सहित घरकुल मंजूर कर बनवाने की मांग राष्ट्रवादी विद्यार्थी कांग्रेस के तहसील अध्यक्ष अक्षय झोड, उपाध्यक्ष अनिकेत ठवकर ने की है.
लाभ श्रेष्ठता क्रमानुसार ही संभव
ठवकर का नाम ओबीसी प्रवर्ग से घरकुल की सूची में समाविष्ट है. यह परिवार जरुरतमंद है. लेकिन प्रशासकीय दृष्टि से इस योजना का लाभ सूची के क्रमानुसार लेना पड़ता है. सॉफ्टवेअर में भी ऐसा पंजीकृत है. तकनीकी दिक्कत निर्माण होती है. बावजूद इसके इन परिवारों को घरकुल का लाभ देने के लिए वरिष्ठों द्वारा मार्गदर्शन लेंगे, वहीं उनके कुछ समय के लिए निवास की व्यवस्था करवाने का प्रयास करेंगे.
– सुधीर अरबट, बीडीओ, अचलपुर.

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