जिला परिषद के 28 शिक्षकों को आदर्श पुरस्कार
जिले के 26 प्राथमिक व दो माध्यमिक शिक्षकों का समावेश
* जिप सीईओ अविश्यांत पंडा की उपस्थिति में किया सम्मानित
अमरावती/ दि.31 – जिला परिषद शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षकों को हर साल आदर्श पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया जाता है. हर साल की तरह इस साल भी शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षकों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया. जिसमें 26 प्राथमिक व दो माध्यमिक शिक्षकों का समावेश रहा ऐसे 28 शिक्षकों को आदर्श पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
इस साल 2019-20 दो सालों का आदर्श शिक्षक पुरस्कार का वितरण किया गया. जिसमें अचलपुर के बबलू कराडे, अमरावती की शाहजहां परवीन मो. याकुब, अंजनगांव सुर्जी की वैशाली सुर्वे, भातकुली के लखन जाधव, चांदूर बाजार के मंगेश वाघमारे, चांदूर रेल्व के मनोज वानखडे, चिखलदरा के वैजनाथ इप्पर, धामणगांव के उमेश आडे, दर्यापुर के किशोर बुरघाटे, धारणी की योगिता भुमर, मोर्शी की प्रियंका काले, नांदगांव खं. के सचिन विटालकर, वरुड के नंदकिशोर पाटिल के अलावा प्राथमिक शिक्षा विभाग अमरावती में कार्यरत किशोर इंगले, अंजनगांव सुर्जी के मिलिंद भगत, अचलपुर की अलका भोपडे, अमरावती के सरफराज खान, चांदूर बाजार की सविता वासनकर, चिखलदरा के पंकज वर्हेकर, तिवसा के निलेश कांडलकर, दर्यापुर के सांगले, धामणगांव के देवीदास राठोड, धारणी की योगिता जिरपुरे, नांदगांव खं. के अंकुश गावंडे, मोर्शी के मोहन निंघोट, वरुड के धनराज टिकस, अमरावती की रेखा राउत को आदर्श शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
डॉ. पंजाबराव देशमुख सभागृह में आयोजित सत्कार समारोह की अध्यक्षता जिप के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविश्यांत पंडा ने की. समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीराम कुलकर्णी, लेखा अधिकारी चंद्रशेखर खंडारे, मिलिंद कुबडे, डॉ. कैलाश घोडके, समाज कल्याण अधिकारी राजेंद्र जाधव, शिक्षा अधिकारी ई.झेड. खान, प्रफुल्ल कछुवे, प्रिया देशमुख आदि उपस्थित थे.
इस अवसर पर जिप मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविश्यांत पंडा ने कहा कि, समाज में अगर सक्षम युवा पीढी को बनाना है तो, यह जिम्मेदारी शिक्षकों को निभानी चाहिए. शिक्षकों व्दारा ही विद्यार्थियों का भविष्य उज्जवल किया जा सकता है. माता-पिता की तरह शिक्षकों का हर किसी के जीवन में बडा योगदान रहता है. कार्यक्रम की प्रस्तावना शिक्षा अधिकारी एजाज खान ने रखी तथा संचालन वैशाली डाकुलकर ने किया व आभार माध्यमिक शिक्षण अधिकारी प्रफुल्ल कछुए ने माना. समारोह को सफल बनाने हेतु गंगाधर मोहने, विस्तार अधिकारी अशोक रामटेके, दिलीप तालोनकर, सोनोने मैडम ने अथक प्रयास किए.