अमरावती

ऑनलाईन जालसाजी की घटनाएं बढी

कार्ड क्लोनिंग कर डाला जा रहा बैंक खातों पर डाका

अमरावती/दि.23 – हाल ही में नैशनल क्राईम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी द्वारा घोषित की गई रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2020 के दौरान ऑनलाईन जालसाजी के मामलों में बडे पैमाने पर वृध्दि हुई है. साथ ही इस दौरान अमरावती शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र में भी ऑनलाईन जालसाजी के सैंकडों मामले घटित हुए है.
बता दें कि, कोविड काल के चलते डिजीटल व्यवहार में बडे पैमाने पर वृध्दि हुई है. ऐसे में साईबर ठगबाजों द्वारा लोगों को ऑनलाईन तरीके से लूटना शुरू किया गया है. इसके तहत डेबिट व के्रडीट कार्ड की जानकारी चुराते हुए उसका क्लोनिंग तैयार करने और बैंक खातेदारों से संपर्क साधते हुए उनसे बैंक खाते की गोपनीय जानकारी पूछने का काम किया जा रहा है. जिसके बाद उनके बैंक खातों से पैसे उडाये जा रहे है. डेबिट व क्रेडिट कार्ड धारकों की अनभिज्ञता का लाभ उठाते हुए साईबर अपराधियों द्वारा बडी आसानी के साथ ऑनलाईन ठगबाजी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. इसके तहत खुद को बैंक का अधिकारी बताते हुए साईबर अपराधियों द्वारा लोगों को उनका एटीएम कार्ड बंद हो जाने का धाक दिखाते हुए उनसे कार्ड से संबंधी सभी जानकारी पूछी जाती है. जिसके बाद कुछ ही देर के भीतर संबंधित व्यक्ति के बैंक अकाउंट में जमा पूरी रकम उडा ली जाती है. बैंक अकाउंट से रकम विड्रॉल होने का मैसेज आने के बाद संबंधीत व्यक्ति को अपने साथ हुई जालसाजी का पता चलता है. किंतु तब तक वह लुट चुका होता है.

कई मामलों में आरोप पत्र दाखिल

साईबर अपराधियों के बढते उत्पात तथा दर्ज होनेवाले मामलों के आंकडों को देखते हुए अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय में साईबर पुलिस थाने की स्थापना की गई. जहां पर ऑनलाईन फ्रॉड से संबंधित मामलों की शिकायतें दर्ज करायी जाती है. यहां इस समय पुलिस निरीक्षक सीमा दातालकर, सहायक पुलिस निरीक्षक रविंद्र सहारे के नेतृत्व में साईबर अपराधों से संबंधित मामलों की जांच की जा रही है. साथ ही कई मामलों में आरोपपत्र भी दाखिल किये गये है.

वर्ष 2020 में घटित साईबर क्राईम
आईटी एक्ट – 14
महिलाओं से छेडछाड – 47
डेटा चोरी – 3
जालसाजी – 4
डेबिट व क्रेडिट कार्ड – 32

साईबर क्राईम का बढता प्रमाण
2019 – 22
2020 – 86
2021 – 25

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