ग्रामीण क्षेत्रो में पिछले अनेक वर्षो से वाहन चोरी का प्रमाण बढ़ा
चालू वर्ष में जिले में 207 वाहन चोरी, 74 बरामद

अमरावती /दि. 24– पिछले कुछ सालो से जिले के ग्रामीण क्षेत्र में वाहन चोरी का प्रमाण बढ़ा है. साथ ही शहर के मनपा व नगर पालिका क्षेत्रो में भी वाहन चोरी की घटनाएं सामने आई है. इस साल जनवरी से नवंबर माह के दौरान जिले के ग्रामीण क्षेत्रो से 207 वाहन चोरी किए गए है. जिसमें से पुलिस को 74 वाहन बरामद करने में सफलता प्राप्त हुई है.
आज हर घर में कम से कम एक दुपहिया वाहन है. जिसकी वजह से वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल से अधिकांश दुपहिया के दाम एक से दो लाख रुपए तक पहुंच चुके है. जिसमें पुरानी बाइक की कींमते भी बढ़ रही है. वहीं पेट्रोल के दाम भी 100 रुपए प्रति लीटर से अधिक हो चुके है. पुरानी बाइक में पेट्रोल कम लगता है और उसकी दुरुस्ती में भी खर्च कम आता है. जिसकी वजह से चोरो का दुपहिया वाहन चोरी पर अधिक जोर रहता है. यह अब तक देखने में आया है. अब तक वाहन चोरी का प्रमाण शहर में अधिक था. लेकिन बदमाशो ने अब अपना रुख ग्रामीण क्षेत्र की तरफ मोडा है. अब 10 से 20 हजार रुपए डाउन पेमेंट भ़रकर नई बाइक सहज लाना आसान हो गया है. फिर भी लोगों में चोरी का भय कायम है.
* फिचर्स व ऑफर्स का जादू
दुपहिया वाहनो में अब नए फिचर्स आने लगे है. डिस्क, ड्रम भी नए प्रकार का है. ज्यादा सीसी की बुलेट का भी युवाओं में क्रेज बढ़ा है और इसे युवा खरीदना पसंद कर रहे है. वहीं दशहरा व दिपावली तथा नववर्ष पर ग्राहकों को डीलर द्वरा अनेक ऑफर्स भी दिए जा रहे है.
* 11 माह में 207 वाहन चोरी
जनवरी से नवंबर तक कुल 207 दुपहिया वाहन चोरी हुए है. जबकि जनवरी से नवंबर 2023 तक इन 11 माह में 197 दुपहिया वाहन चोरी हुए थे. जिसमें से 85 वाहन बरामद किए गए. इसमें सर्वाधिक जांच पुलिस अधीक्षक कार्यालय की अपराध शाखा द्वारा की रही. इस वर्ष 18 दिसंबर तक जिले में वाहन चोरी का आंकडा 223 से अधिक पहुंच चुका है. गत वर्ष यह आंकडा 189 था.
* केवल हैंडल लॉक पर भरोसा न करें
वाहन चोरी न जाए इसलिए हैंडल लॉक का इस्तेमाल किया जाता है. वाहन चोरी न जाने नागरीक दो अथवा उससे अधिक लॉक का इस्तेमाल कर सकते है. हैंडल लॉक, इग्निशन लॉक, डिस्क ब्रेक लॉक और फोर्क लॉक. रात के समय में दुपहिया रास्ते पर खडी करनी हो तो चैन लॉक व उत्तम दर्जे के ताल का इस्तेमाल करें.
* चोरी किए गए 74 दुपहिया वाहन मिले
इस वर्ष 11 माह में ग्रामीण पुलिस केवल चोरी हुए 74 वाहन ही बरामद कर सकी. जिसका प्रमाण 36 प्रतिशत है.
वाहन चालक सतर्कता बरते
अनेको बार चोरी हुए दुपहिया वाहन के पार्ट अलग-अलग हिस्सो में कर कबाड में बेच दिए जाते है. वहीं कुछ वाहनों पर नकली नंबर पलेट लगाकर बदमाशो द्वारा उसे बेच दिया जाता है. इस कारण वाहन चालक ने सतर्कता बरतनी चाहिए.
कीरण वानखडे, निरीक्षक, ग्रामीण अपराध शाखा.