
पथ्रोट/दि.6– पत्नी के नाम से मंजूर घरकुल की पहली किश्त पति के खाते में जमा हो जाने पर उसे वापस लौटाने से तलाकशुदा पति ने साफ इंकार कर दिया. जिससे पत्नी की परेशानी बढी और अन्य लाभार्थी भी सतर्क हुए.
महाराष्ट्र शासन की ओर से पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत मंजूर किए गये राज्य के 10 लाख घरकुल लाभार्थियों को पहली किश्त 15 हजार रूपए ऑनलाइन उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किए गये. इसके लिए मुंबई में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में राज्य सरकार द्बारा एक बडा कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में संपूर्ण राज्यभर के 20 लाख लाभार्थियों ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करवाई थी.
इस कार्यक्रम में पथ्रोट गांव के प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत घरकुल मंजूर हुए. 58 लाभार्थी भी ऑनलाइन उपस्थित थे. उनमें से 57 लाभार्थियों के बैंक खातों में सीधे 15 हजार रूपए की पहली किश्त जमा करा दी गई. ऐसे में वहां उपस्थित महिला लाभार्थी के खाते में किश्त जमा न होने का मैसेज आया. इस पर उस महिला ने उपस्थित अधिकारियों के साथ आए हुए मैसेज को लेकर चर्चा की तब उपस्थित अधिकारियों ने लाभार्थी को केवायसी कर बैंक खाते को आधार से लिंक रहना जरूरी हैं. ऐसा कहकर बैंक में जाकर पूछताछ करने की सलाह दी. उसके पश्चात उस महिला ने बैंक में जाकर पूछताछ की तब उसे बताया गया कि घरकुल की किश्त उसके पति के खाते में जमा हो गई. तब उस महिला ने बैंक मैंनेजर से कहा कि मेरे पति मेरे साथ नहीं रहते. इस पर बैंक मेनेजर ने कहा कि जिस समय घरकुल के कागजात तैयार किए गये थे उस समय पति का मोबाइल नंबर दिया गया था. जिसकी वजह से पैसे पति के खाते में जमा हुए. तुम अपने पति से विनंती कर पैसे मांगों.
ऐसी सलाह बैंक मैनेजर ने दी. उसके बाद उस महिला ने अपने पति को फोन पर घरकुल की किश्त दिए जाने की विनती की. किंतु पति ने पैसे देने से इंकार कर दिया. अब दूसरी किश्त भी पति के ही खाते में ही जमा होगी. जिससे महिला की परेशानी बढ गई हैैं. यह मामला जब ग्रामवासियों के सामने आया तो अन्य लाभार्थी भी सतर्क हो गये.