अमरावती/दि.25– उत्तर की ओर से आ रही सर्द हवाओं के चलते वातावरण ठंडा हुआ. जिले में पिछले 8 दिनों से ठंड का प्रमाण बढा और सोमवार को तापमान 8.4 डिग्री पहुंच जाने से सोमवार सबसे ठंडा दिन रहा. कडाके की ठंड की वजह से सर्दी, खांसी व बुखार के मरीज बढे है. गुरुवार से पिछले 8 दिनों तक तापमान बढने की जानकारी मौसम विभाग व्दारा दी गई है.
पिछले सप्ताह भर से जिले में शीत लहर के चलते लोग गर्म कपडे पहनने हुए दिखाई दे रहे है. इसके अलावा शाम होते ही लोग अलावा जलाकर ठंड से बचने का प्रयास करते हुए दिखाई दे रहे है. शहर में शाम 7 बजे के बाद ट्राफिक भी कम दिखाई दे रहा है. इसके पहले दक्षिण भारत से फेंगल चक्रवात की वजह से 8 दिनों में ठंड गायब हुई थी. उसके बाद चक्रवात के जोर से पडने वाली ओस की वजह से पूनः ठंड़ बढी थी. बुधवार 18 दिसंबर तक ठंड कायम थी. उसके बाद गुरुवार से तापमान में 3 से 4 डिग्री की वृध्दी हुई.
तुअर की फसल पर ठंड का असर
सुबह-सुबह तुअर की फसल पर ओस पडने की वजह से किडो व रोगों का प्रादुर्भाव होता दिखाई दे रहा है. कपास के बोंडे भी नही फूट रहे हैं. कपास पर लाल्या के प्रादुर्भाव से उत्पादन घटने की संभावना है.
गेंहू और चने की फसल के लिए ठंड पोषक
रबी के सीजन में चना व गेंहू के लिए ठंड पोषक है. इस वातावरण में फसल में वृध्दी होती है. बेमौसम की बारिश से इस साल बचाव होने पर गेंहू व चने की फसल का उत्पादन बढने की संभावना है.
ला-लीन के प्रभाव से बढी ठंड़
ला-लीन के प्रभाव से इस बार ठंड बढी है. वही हिमालय के कुछ भागों में बर्फ वृष्टी होने की वजह से शीत लहर चल रही है. जिसकी वजह से जिले में ठंड बढी है.
चिखलदरा में जमा कोहरा और ओस
जिले का नंदनवन पर्यटन स्थल चिखलदरा अधिक उंचाई पर होने की वजह से यहां सुबह-सुबह कोहरा छाया रहता है और ओस भी रहती है. जिसके चलते यहां भी ठंड का वातावरण है.
पशुओं का हाल बेहाल
उत्तर की ओर से आ रही शीत लहर की वजह से जिले का तापमान 8 से 10 डिग्री पर पहुंच जाने से गाय, भैंस, बैल आदि पशुओं के हाल बेहाल है. पशुओं को ठंड से बचाने ग्रामीण क्षेत्रों में अनेक लोग गोठे में छप्पर लगाकर अलावा जलाते दिखाई दे रहे हैं.