अमरावती

डेढ़ महीनों से पानी के स्त्रोत की जांच रिपोर्ट नहीं पेश की

7 हजार 871 नमुनों की जांच रुकी

अमरावती/दि.4- जलजीवन मिशन अंतर्गत जिला परिषद में पहली बार महिलाओं के सहयोग से जिले की 840 ग्रामपंचायतों में 7 हजार 871 जल स्त्रोतों के नमुने लिये गए, लेकिन डेढ़ महीना बीत जाने के बाद भी इन नमुनो की जांच की रिपोर्ट प्रशासन को प्राप्त नहीं हुई है. जिस उद्देश्य के लिए नमुने लिए गये, उस उद्देश्य की ओर ही दुर्लक्ष किये जाने की बात सामने आ रही है. जिसके चलते पानी इस्तेमाल करने के लिए योग्य है या अयोग्य ऐसा संभ्रम अब गांव में निर्माण हुआ है. इसलिए इन नमुनों की जांच आने की प्रतीक्षा नागरिकों द्वारा की जा रही है.
जलजीवन मिशन अभियान अंतर्गत पानी की गुणवत्ता सनियंत्रण व सर्वेक्षण कार्यक्रम में गांव की शिक्षित महिलाओं के माध्यम से पानी स्तोत्र के नमुने जमा कर जांच करने के निर्देश केंद्र शासन की ओर से जिला परिषद को प्राप्त हुए थे. जिसके अनुसार अमरावती जिले की 840 ग्राम पंचायतों में एक ही दिन 7 हजार 871 पानी स्त्रोत के नमुनों की जांच का अभियान जिला परिषद ने सफलतापूर्वक चलाया. कुछ स्थानों पर सीईओ अविश्यांत पंडा व कुछ स्थानों पर उपमुख्य कार्यकारी श्रीराम कुलकर्णी ने गांवों में जाकर महिलाओं के सहयोग से पानी स्त्रोत की जांच की.
जिला परिषद के अधिकारी, कर्मचारियों के मार्फत 20 व 21 मार्च को जलस्त्रोत के नमुनों की जांच की गई. इसकी रिपोर्ट 22 मार्च को प्राप्त होने वाली थी,लेकिन आज डेढ़ महीना बीत जाने के बावजूद इन नमुनों की रिपोर्ट अब तक प्राप्त नहीं हुई. गांवस्तर पर पहली बार महिलाओं के सहयोग से चलाये जाने वाले इस अभिनव उपक्रम की जिले में काफी चर्चा है. लेकिन जिस उद्देश्य से अभियान चलाया गया वह उद्देश्य सही मायने में सफल होते नहीं दिखाई दे रहा.

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