अमरावती

जिला परिषद में महाबीज का मुद्दा गरमाया

स्टॉक उपलब्ध न रहते हुए परमीट वितरण किस लिए

  • सदस्यों का संतप्त सवाल

अमरावती/दि.22 – महाबीज के सोयाबीन बीज की कमी का मुद्दा कल सोमवार को जिला परिषद की आमसभा में काफी गरमाया. जिले में महाबीज के सोयाबीन का स्टॉक उपलब्ध न रहते हुए किसानों को परमीट का वितरण क्यों किया. इस तरह का संतप्त सवाल जिप सदस्यों ने सभागृह में उपस्थित किया.
जिप की आमसभा में शुरुआत में सदस्य प्रताप अभ्यंकर ने रासेगांव मंडल फसल बीमे के लाभ से वंचित रखने का आरोप करते हुए इस बाबत प्रशासन से जवाब पूछा. वर्ष 2019 में रासेगांव मंडल अंतर्गत फसल बीमे की रकम कम प्राप्त्ा हुई तथा दूसरे वर्ष का बीमा मिला ही नहीं, इस तरह का मुद्दा अभ्यंकर ने रखा. इसी मुद्दे को लेकर वरिष्ठ सदस्य सुहासिनी ढेपे ने महाबीज सोयाबीन बीज की कमी से किसान हैरान होने की बात सभागृह के निदर्शन में लाकर दी. इसपर सदस्य गौरी देशमुख ने महाबीज का बीज उपलब्ध न रहते हुए किसानों को परमीट का वितरण क्यों किया, इस तरह का संतप्त सवाल उपस्थित किया. जिला कृषि अधिक्षक विजय चवाले यह सभागृह में ऑनलाइन उपलब्ध न हो पाने से यह विषय स्थगित रखा गया. इसके बाद गौरी देशमुख ने घरकुल लाभार्थियों को एमआरजीएस के 22 हजार रुपए अभी तक न मिलने का मुद्दा रखकर प्रशासन को आडे हाथों लिया. रोजगार सेवक व ग्रामसेवकों ने समय पर उनका रोस्टर नहीं दिया. जिससे इन लाभार्थियों को 22 हजार का लाभ न मिल पाने का खुलासा प्रशासन ने किया. जिससे गौरी देशमुख ओर संतप्त हो गई. यह क्या उन लाभार्थियों की गलती है, इस तरह का प्रश्न करते हुए तत्काल लाभार्थियों को 22 हजार का लाभ मिलना चाहिए, इस तरह की मांग की. महेंद्र गैलवार ने यह विषय समूचे जिले का रहने की बात कहकर गंभीरता बढाई. मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने एमआरजीएस के आयुक्त के साथ संपर्क कर इस प्रश्न का निपटारा करने के निर्देश सभापति बबलू देशमुख ने दिये. मोर्शी पंचायत समिति कार्यालय की इमारत बांधकाम का मुद्दा भी इसी सभा में गुंज उठा. सदस्य दत्ता ढोमणे व जयंत देशमुख ने बांधकाम धिमी गति से शुरु रहने का आरोप किया. इसपर सदस्यों की चर्चा के बाद इस बांधकाम को गति देेने के निर्देश सभापति बबलू देशमुख ने दिये.

नेटवर्क के अभाव में धारणी के बीडिओ ऑनलाइन अनुपस्थित

कल सोमवार को हुई जिप की सभा में कुछ सदस्य व अधिकारी प्रत्यक्ष मौजूद थे. जबकि कुछ ऑनलाइन उपस्थित थे. सदस्य दयाराम काले ने इस सभा में धारणी तहसील के घरकुल के लाभार्थियों को दूसरे चरण की रकम अभी तक नहीं मिली, ऐसा सभागृह के निदर्शन में लाकर दिया. यह रकम क्यों नहीं मिली, इस बारे में सभापति बबलू देशमुख ने धारणी के बीडिओे को ऑनलाइन किया, लेकिन वे सभा में ऑनलाइन नहीं जुड पाये. इसकी जानकारी मिली तब धारणी में नेटवर्क की समस्या रहने से वे ऑनलाइन नहीं जुड पाये, इस तरह की जानकारी प्रशासन की ओर से सभागृह को दी गई. जिससे आगामी सभा से धारणी व चिखलदरा के बीडिओ ने सभागृह में प्रत्यक्ष उपस्थित रहने के आदेश दिये.

समृध्दि के वाहनों को रस्ता बंद करे

समृध्दि महामार्ग जिले की तीन तहसील से गया है. इस काम के लिए ओवरलोड वाहन जिप के अधिकार क्षेत्र के रास्तों से दौडते है. जिससे धामणगांव रेलवे तहसील के 13, चांदूर रेलवे के 7 व नांदगांव खंडेश्वर तहसील के 5 इस तरह कुल 25 सडके खराब हुई हैं. किंतु समृध्दि महामार्ग तेैयार करने वाली कंपनी ने इन रास्तों की दुरुस्ती नहीं की. यह सडके खराब होने तक जिप के अधिकारी कहा थे, इस तरह का प्रश्न सदस्य जयंत देशमुख ने सभागृह में उपस्थित किया. इसपर रास्ता दुरुस्ती के लिए 32 करोड का नियोजन किये जाने की बात प्रशासन ने कही. सभापति बबलू देशमुख ने इसी मुद्दे पर प्रशासन को आडे हाथों लेते हुए जिप की सडके समृध्दि के वाहनों के लिए बंद कर दुरुस्ती बाबत उस कंपनी के साथ पत्रव्यवहार करने की सूचना की.

धानोरा में पानी की टंकी क्यों बांधी?

धानोरा म्हाली स्थित जल समस्या का निपटारा करने के लिए जिला परिषद की ओर से पानी की टंकी का बांधकाम किया गया है. किेंतु यह टंकी बांधी तभी से इस्तेमाल में न रहने का आरोप सदस्य नितीन गोंडाणे ने सभागृह में किया. इस बाबत की जानकारी जलापूर्ति विभाग के अधिकारी सभागृह में नहीं दे पाये. जानकारी लेकर सूचित किया जाएगा, एसा प्रशासकिय जवाब उन्होंने सभागृह में देते ही सभापति बबलू देशमुख का पारा चढ गया. हर तीन महिने में एक बार सर्वसाधारण सभा होती है. बावजूद इसके आप जानकारी क्यों नहीं रखी. क्या अब हर रोज सभा बुलानी पडेगी? यह पानी की टंकी किसलिए बांधी, इस तरह प्रश्नों की भडीमार करते हुए उन्होंने अधिकारियों की कान खिचाई की.

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