मनपा की स्थायी समिती में फिर गरमाया मोबाईल टॉवर का मुद्दा
पार्षद बंडू हिवसे टालमटोल की नीति से हुए संतप्त
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सभापति रासने ने भी प्रशासन की ढिलाई पर जताई नाराजगी
अमरावती/दि.27 – गत रोज मनपा के सुदाम काका देशमुख सभागार में बुलाई गई स्थायी समिती की बैठक में एक बार फिर शहर में अनधिकृत तौर पर लगाये गये मोबाईल टॉवरों का मुद्दा गूंजा. स्थायी समिती सदस्य पार्षद प्रदीप उर्फ बंडू हिवसे इस मुद्दे को लेकर काफी संतप्त दिखाई दिये. साथ ही स्थायी समिती सभापति सचिन रासने द्वारा भी इस मामले में प्रशासन की ढूलमूल नीति को लेकर नाराजगी जताई गई.
बता दें कि, करीब एक माह पहले स्थायी की बैठक में मोबाईल टॉवर का मुद्दा पार्षद बंडु हिवसे ने उपस्थित किया था. जिस पर सभापति रासने ने एक सप्ताह के भीतर मनपा क्षेत्र में स्थापित मोबाईल टॉवर की सूची प्रस्तुत करने के निर्देश दिये थे. परंतू संबंधित विभाग ने इसकी काफी हद तक अनदेखी की और ऐसी कोई सूची स्थायी समिती के समक्ष पेश नहीं की गई. ऐसे में टालमटोल की नीति अपनाए जाने से स्थायी की बैठक में यह मुद्दा गरमाया गया.
स्थायी समिती सभापति सचिन रासने की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रशासन की ओर से मोबाईल टॉवर के मुद्दे पर कहा गया कि, अधिकृत टॉवर की संख्या 68 है. जबकि संपत्ति कर विभाग की ओर से 230 टॉवरों से टैक्स वसूला जाता है. इस विषय पर पार्षद बंडु हिवसे ने कहा कि संबंधित कंपनियों से टॉवर की सूची मंगाए. संबंधित विभाग शहर अभियंता के पास सूची प्रस्तुत करे. सूची के आधार पर दस्तावेजों के जांच के आदेश सभापति सचिन रासने ने दिए. स्थायी की बैठक में बडे वृक्षों की टहनियोें की छटाई हेतु एक और शक्तिमान मशीन खरीदने को मंजूरी प्रदान की है. विदित हो की वर्तमान में मनपा के उद्यान विभाग के पास एक मशीन उपलब्ध है. परंतू मांग को देखते हुए एक मशीन की और आवश्यकता जताई गई. जिसे स्थायी की बैठक में अनुमति बहाल की गई. इसके अलावा अन्य मुद्दों पर भी बैठक में चर्चा हुई.
मोबाईल टॉवर ध्वस्त करने का खर्च वसूला जायेगा संपत्तिधारक से
स्थायी की बैठक में मोबाईल टॉवर का मुद्दा प्रमुखता से गूंजा था. बैठक में सभापति ने सभी मोबाईल टॉवर के दस्तावेज व अनुमति के जांच के आदेश दिए. ऐसे में अवैध मोबाईल टॉवर को ध्वस्त करने के लिए जो करीब डेढ लाख रूपये आता है, वह खर्च संबंधित संपत्तिधारक से वसुलने का निर्णय लिया जा सकता है. ऐसे संकेत बैठक के दौरान सभापति रासने ने दिए.