10 वीं 12 वीं पेपर के अंतिम दिन होगा टीकाकरण शिविर
मार्च माह में औसतन से 3 डिग्री अधिक तापमान बढा
* शहर का पारा पहुंचा 41.5 डिग्री पर
अमरावती/ दि.17-फिलहाल परीक्षा शुरू है. 10 वीं व 12 वीं के पेपर के अंतिम दिन टीकाकरण का शिविर आयोजित करने का तथा शहर के विविध महाविद्यालय में (10 वी व 12 वी )16 मार्च को टीकाकरण शिविर आयोजित करने का नियोजन किया जाए, ऐसा निर्देश मनपा में हाल ही हुई टीकाकरण समीक्षा बैठक में उपायुक्त नरेन्द्र वानखडे ने दिया.
कोविड के समय प्रत्येक ने शहरवासियों को सहायता की है. भविष्य में हानि टालने के लिए शहर के प्रत्येक पात्र व्यक्ति ने 15 से 18 व 18 वर्ष से उपर पहला व दूसरा डोज तथा पात्र व्यक्ति को बुस्टर डोज दिया गया. इस बैठक में स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विशाल काले, डॉ. विक्रांत राजुरकर, डॉ. जयश्री नांदुरकर, डॉ. मानसी मुरके व सभी डॉक्टर उपस्थित थे. इस बैठक में कोविड 19 के टीकाकरण संबंध में चर्चा की गई. सभी महिला वैद्यकीय अधिकारियों ने सिटी टास्क फोर्स की बैठक लेकर टीकाकरण बढाने के आदेश दिए गये.
जिन शाला व कनिष्ठ महाविद्यालय के 15 से 18 उम्र के विद्यार्थियों ने अभी तक टीका नहीं लगाया है. वहां टीकाकरण शिविर का आयोजन करने के निर्देश भी बैठक में दिए गये.
मार्च महिने में इस बार औसत से अधिक 3 अंश सेल्सियस सेे तापमान बढने के कारण गर्मी में अधिक काम न करने की सलाह डॉक्टर ने दी है. बुधवार 16 मार्च को शहर में 41.5 अंश सेल्सिअस तापमान दर्ज हुआ. न्यूनतम तापमान में भी वृध्दि हुई है. बुधवार को तापमान 21 अंश पर पहुंच गया है. मार्च माह में हमेशा औसतन 37 से 38 अंश दौरान तापमान रहता है. इस बार सौराष्ट्र,मध्यप्रदेश में गर्मी की लहर अधिक है. जिसके कारण तापमान अचानक बढने की जानकारी जल विज्ञान प्रकल्प विभाग द्बारा दी गई.
तापमान अचानक बढ जाने से नागरिक परेशान हो गये है. जिसके कारण पानी अधिक पीना, मई, गन्ने का रस, लस्सी जैसे पेय लेकर शरीर ठंडा रखने की सलाह स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दी है.
* गर्मी अधिक बढ जाने से अधिक मेहनत करना टाले
फिलहाल अचानक तापमान बढने के कारण गर्मी में ज्यादा काम करना अथवा घूमना टाले, जिससे शरीर में पानी की कमी नहीं होगी तथा शरीर में पानी की कमी न हो. इसलिए लगातार पानी पीते रहे.
डॉ. अनिल रोहणकर, आयएमए
* संतरे की नई बहार को खतरा
अचानक तापमान बढने के कारण संतरे की नई बहार को खतरा हो सकता है. वह जलने की संभावना नकारी नहीं जा सकती. इस बार शीतकाल अधिक होने से संतरे की फसल देर से आयी. उसमें भी अचानक तापमान बढने से संतरा उत्पादक चिंता में होने की जानकारी श्री शिवाजी कृषि तापमान केन्द्र के प्रा. अनिल बंड ने दी है.