बिच्छन नदी से ले जानी पडती है अंतिम यात्रा
नदी पर पुल का निर्माण करने की 25 साल से मांग
अचलपुर /दि. 4– भैरवघाट स्मशान भूमि के पास से अष्टमासिद्धी रोड से बिच्छन नदी से अंतिम यात्रा ले जानी पडती है. बिच्छन नदी पर पुल न रहने से नदी में से पार्थिव के साथ रिश्तेदारों को जाना पडता है. मृत्यु के बाद भी यातना, विडंबना सहन करना पडता है. इस कारण नागरिकों का प्रशासन के खिलाफ तीव्र रोष व्याप्त है. इस नदी पर पुल निर्माण करने की मांग अनेक साल से प्रलंबित है.
अचलपुर का मुस्लिम कोकक्षा बाबा कब्रस्तान बिच्छन नदी के दूसरे छोर पर है. इस कब्रस्तान में मालवेशपुरा, जीवनपुरा, बडी संगत, बियाबानी, टिकरीपुरा आदि क्षेत्र के नागरिकों की अंत्येष्टि की जाती है. रोशन शहा बाबा दर्गाह के पास से यह अंतिम यात्रा नदी के पानी में से ले जानी पडती है. इस बिच्छन नदी में परतवाडा, अचलपुर शहर का गंदा पानी बहता है. इस कारण बारह माह इस नदी का जलस्तर बना रहता है. नागरिकों को अंत्येष्टि के लिए इसी नदी से पार्थिव ले जाना पडता है. पानी अधिक रहने से पार्थिव ट्रैक्टर ट्रॉली में रखकर ले जाना पडता है. जबकि अंत्ययात्रा में शामिल नागरिकों को पानी में से ही पैदल आगे जाना पडता है. पिछले 25 साल से यही परिस्थिति है. लेकिन प्रशासन द्वारा इस ओर अनदेखी किए जाने से नागरिकों में तीव्र रोष व्याप्त है.