‘उन’ तीनों मृतकों का मंगरूल चव्हाला में हुआ अंतिम संस्कार
गत रोज सुबह ही पुणे से तीनों शवों को लाया गया गांव
* गांववासियों ने तीनों को नम आंखों के साथ दी अंतिम विदाई
* पुणे में तेज रफ्तार डंपर ने कुचला था 9 लोगों को, 2 बच्चों सहित तीन की हुई थी मौत
अमरावती/ दि. 25-विगत रविवार को काम की तलाश में अमरावती से पुणे पहुंचे मंगरूल चव्हाला गांव निवासी एक ही परिवार के 9 लोगों को रविवार और सोमवार की दरमियानी रात एक तेज रफ्तार डंपर उस समय कुचल दिया जब वे सभी लोग पुणे के वाघोली परिसर में सडक किनारे फुटपाथ पर सो रहे थे. इस हादसे में एक वर्ष व तीन वर्ष की आयु वाले दो छोटे बच्चों सहित तीन लोगों की मौत हो गई थी तथा 6 लोग घायल हो गये थे. सभी घायलों पर पुणे के अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं हादसे का शिकार हुए तीनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद कल मंगलवार की सुबह मंगरूल चव्हाला गांव लाया गया. जहां पर दोपहर 1.30 बजे के आसपास तीनों शवों की अंतिम यात्रा निकालकर उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस समय गांववासियों ने नम आंखों के साथ तीनों मृतकों को अंतिम विदाई दी.
बता दें कि गवंडी काम सहित मेहनत मजदूरी के अन्य कामों की तलाश हेतु मंगरूल चव्हाला में रहनेवाले कई परिवार मुंबई व पुणे सहित अन्य बडे शहरों का रास्ता पकडते हैं. इसी के तहत एक ही परिवार का हिस्सा रहनेवाले कुछ लोग अपने बाल बच्चों सहित विगत रविवार को अमरावती से पुणे के लिए रवाना हुए थे और देर शाम पुणे पहुंचकर उन्होंने वाघोली पुलिस स्टेशन के सामने स्थित फुटपाथ पर अपना डेरा जमाया था. इस जत्थे में महिलाओं व छोटे बच्चों सहित 9 लोगों का समावेश था. जो रविवार की रात भोजन के बाद वही फुटपाथ पर सो गये थे. लेकिन देर रात करीब 1 बजे के आसपास रास्ते सेे गुजर रहा तेज रफ्तार डंपर अनियंत्रित होकर फुटपाथ पर चढ आया और उसने वहां सो रहे सभी 9 लोगों को कुचल दिया. इस घटना में वैभवी रितेश पवार (1) व वैभव रितेश पवार (3) नामक दो छोटे बच्चों व सगे भाई- बहनों के साथ ही विशाल विनोद पवार नामक 22 वर्षीय युवक की मौके पर ही मौत हो गई. साथ ही फुटपाथ पर सो रहे अन्य 6 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. जिसमें से जानकी पवार नामक एक घायल महिला की स्थिति काफी चिंताजनक बताई जाती है. जिसके पेट के उपर से डंपर का पहिया गुजरा था. सभी घायलों का इस समय पुणे के ससुन अस्पताल में इलाज चल रहा है. वही गत रोज ससुन अस्पताल में ही तीनों मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करने के उपरांत उन्हें मंगरूल चव्हाला हेतु एम्बुलेंस वाहन के जरिए रवाना किया गया और उक्त एम्बुलेंस वाहन तीनों शवों को लेकर गत रोज सुबह करीब 11 बजे के आसपास मंगरूल चव्हाला पहुंचा. जिसके बाद तीनों मृतकों की अंतिम यात्रा निकालते हुए उनका अंतिम संस्कार किया गया.
* मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रूपए की मदद
इस घटना के बारे में पता चलते ही मंगरूल चव्हाला स्थित प्रश्न चिन्ह शाला के संस्थापक तथा श्री दादाजी आदिवासी फासे पारधी समाज संगठन के अध्यक्ष मतीन भोसले अपने कुछ सहयोगियों के साथ तुरंत ही पुणे पहुंचे तथा हादसे का शिकार हुए तीनों मृतकों के शवों को मंगरूल चव्हाला हेतु रवाना करने के बाद उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से भेंट की. उनके जरिए मंगलवार की दोपहर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से मुलाकात करते उनसे मृतकों के परिजनों हेतु 25 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की गई. साथ ही आदिवासी फासे पारधी समाज बंधुओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की मांग करने के साथ ही आरोपी डंपर चालक के खिलाफ सदोष मनुष्य वध का अपराध दर्ज किए जाने की मांग भी की गई. इस समय मतीन भोसले के साथ साहित्यिक नामदेव भोसले, सुनीता भोसले व सुधाकर पवार भी उपस्थित थे. इस मुलाकात के दौरान पीएम फडणवीस ने हादसे का शिकार हुए मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रूपए की आर्थिक सहायता देने का आश्वासन देते हुए कहा कि हादसे में घायल हुए सभी लोगों के इलाज का खर्च राज्य सरकार द्बारा उठाया जायेगा.