दर्यापुर के पांच कृषि केंद्र संचालको के लाईसेंस निलंबित
बीज की मनमाने भाव से बिक्री
* कृषि विभाग के उडनदस्ते की कार्रवाई
दर्यापुर/दि. 13 – कपास बीज और ‘अजीत-155’ सहित अन्य बीज उपलब्ध रहने के बावजूद कृत्रिम किल्लत दर्शाकर मनमाने भाव से बीज की बिक्री करने के मामले में पांच कृषि विक्रेताओं के लाईसेंस निलंबित किए गए है. तहसील कृषि विभाग के उडनदस्ते ने यह कार्रवाई की.
कृषि विक्रेता की तरफ से किसानों की लूट की जाती रहने की शिकायत राष्ट्रीय समाज पार्टी तथा शिवसेना उबाठा ने कृषि विभाग के पास की थी. बुधवार 12 जून को उडनदस्ते के दल ने घुमकर उन पर यह कार्रवाई की. जाएजे के दौरान कृषि केंद्र संचालक कृषि विभाग के नियमो का उल्लंघन करते दिखाई दिए. इस कारण कृषि विभाग उडनदस्ते ने यह कार्रवाई करते हुए दर्यापुर शहर के एक और ग्रामीण क्षेत्र चार ऐसे पांच कृषि केंद्र के कपास बीज बिक्री के लाईसेंस निलंबित किए है. इस कार्रवाई के दौरान अमोल कृषि सेवा केंद्र (नालवाडा) दुकान के कपास बीज बिक्री का लाईसेंस कायमस्वरुप निलंबित किया गया है. जबकि विदर्भ कृषि सेवा केंद्र (दर्यापुर), धरतीधन कृषि सेवा केंद्र (खल्लार), जिजाऊ कृषि केंद्र (उमरी) और कृषि आनंद कृषि केंद्र (रामतीर्थ) नामक दुकान के कपास बीज बिक्री के लाईसेंस 6 माह के लिए निलंबित किए गए है. तहसील में ‘अजीत-155’ कपास बीज की किल्लत रहने से उपलब्ध रहे बीज से प्रत्येक किसान को दो पैकेट कृषि अधिकारियों की उपस्थिति में वितरण करने के निर्देश दिए थे. लेकिन उपरोक्त कृषि केंद्र संचालको ने इसका पालन नहीं किया. साथ ही जांच करते समय कपास बीज के स्त्रोत न रहना, स्टॉक रजिस्टर का माल न जुडना, दुकान में लगाए गए बोर्ड पर भाव अपडेट न रहने सहित अन्य त्रुटियां पाए जाने की जानकारी तहसीलस्तरीय उडनदस्ते के अध्यक्ष राजकुमार अडगोकर, जिला कृषि गुणनियंत्रक निरीक्षक सागर डोंगरे, पंचायत समिति कृषि अधिकारी सुरेश रामागडे ने दी है. तहसील में हुई इस कार्रवाई के कारण कृषि केंद्र संचालको में खलबली मच गई है.