प्रभु अपने भक्तों के कारण अलग-अलग शरीर में अवतार धारण करते हैं
चौथे दिन पे कथा व्यास संत डॉ संतोष देव महाराज के आर्शीवचन
अमरावती/दि.18– स्थानीय परतवाड़ा स्थित पोस्ट ऑफिस कैंप में चल रही ज्ञान यज्ञ संगीतमय श्रीमदब भागवत महापुराण कथा के चौथे दिन पर कथा व्यास परम पूज्य संत श्री डॉ संतोष देव जी महाराज ने अपनी मधुर वाणी में फरमाया, कि भगवान सदैव अपने भक्तों के रक्षक होते हैं, कभी तो उन्होंने किसी भक्त के कारण पानी के जीव का मान बढ़ाने हेतु कशप अवतार धारण किया है, कभी हिर्णाकश जैसे असुरों के अत्याचारों से संसार को बचाने हेतु वारह अवतार यानी चार पैर वाले पशुओं में से सूअर शरीर भी धारण किया है ,कभी पानी के जीवों का मान बढ़ाने हेतु मच्छ रूप भी अवतार धारण किया है, कभी प्रहलाद जैसे भक्त की रक्षा हेतु एक विचित्र शरीर यानी नरसिंह अवतार धारण किया है, कभी स्त्री शरीर का मान बढ़ाने हेतु देवताओं को अमृत पिलाकर अमर बनाने के लिए मोहिनी अवतार धारण किया है, कभी पंछियों की जाति का मान बढ़ाने हेतु हंस अवतार धारण करके चतुर श्लोकी भागवत कथा ब्रह्मा जी के माध्यम से, नारद को,नारद ने वेदव्यास जी महाराज जी को सुनाई, उन्होंने संसार के कल्याण हेतु 18000 श्लोको का भागवत पुराण की रचना की.
कभी राम और कृष्ण के अवतार रूप में आकर कई असुरों का वध किया, अपने भक्तों को मर्यादा का जीवन जीके मर्यादा का पाठ पढ़ाया, कभी प्रेमा भक्ति का पाठ भी अपने भक्तों को पढ़ाया एवं इस कलयुग का अंत भी प्रभु कलकी अवतार धारण करके करेंगे. तो क्यों ना हम ऐसे दयालु भगवान से हृदय से जुड़ें, अपने मंच जन्म को सार्थक करें इसी में ही समझदारी है और तनाव चिंता से मुक्ति का भी उपाय यही है. कथा उपलक्ष में आगामी रविवार 20 अक्टूबर को शिवधारा मिशन फाउंडेशन की ओर से निशुल्क नेत्र रोग जांच शिविर में डॉ अंकित हरवानी अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे, डॉ राम तेजवानी जनरल फिफजिशियन व हृदय रोग की जांच करेंगे, डॉ. स्नेहल बंग हृदय रोग मधुमेह रोग मार्गदर्शन करेंगे. डॉ राम गट्टानी के माध्यम से पेट विकार, लिवर संबंधित रोगों की जांच व मार्गदर्शन करेंगे, डॉ शशिकांत नवले अस्ति रोग जांच व उचित मार्गदर्शन करके अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे. डॉ अनंत पोरे शल्य चिकित्सा के जनरल सर्जरी के सभी रोगो की जांच व मार्गदर्शन करेंगे. डॉ. सचिन भोजने त्वचा रोग विशेषज्ञ चर्म रोग विशेषज्ञ उचित जांच एवं उपचार करेंगे, डॉ. मोहित दुलानी दांतों की सभी बीमारियों की जांच व मार्गदर्शन करेंगे. इन शिविरों में संस्था द्वारा निशुल्क बीएमडी मशीन द्वारा हड्डियों की कैल्शियम की जांच की जाएगी. जिनकी प्राइवेट में 1200 रुपए चार्ज है, यहां निशुल्क होगी, शुगर टेस्ट, न्यूरोपैथी (मधुमेह एवं बड़ी आयु के कारण जिनके पैर जलते हैं जिनके परिणाम रूप में आगे चलकर टांग काटने की अवस्था भी आ सकती है, यहां निशुल्क जांच होगी), यूरिक एसिड, डेंटल एक्स-रे यह सब जांच निशुल्क होंगे. शिवधारा परिवार इन सभी शिविरों का लाभ उठाने का आह्वान कर रहा है.