अमरावती

दर्यापुर के ‘उस’ मंगल कार्यालय की होगी जांच

केवल ईमारत वेअर हाउस की ही है अनुमति

दर्यापुर/ दि.3 – शहर में बुधवार की दोपहर बेमौसम बारिश और चक्रावाती तेज हवा के चलते मुर्तिजापुर मार्ग के वैभव मंगल कार्यालय के टीन की छत विवाह समारोह के दौरान उड गई. इमारत का कुछ हिस्सा ढह गया, जिसके कारण विवाह समारोह में शामिल 50 से अधिक लोग शामिल हो गए. जिसमें से 5 से 6 लोगों की हालत नाजूक बताई जा रही है. सौभाग्य से इस घटना में किसी तरह की जनहानी नहीं हुई. इस घटना के बाद वह मंगल कार्यालय अनाज का भंडारण रखने के लिए बनाया गया वेअर हाउस होने की चौकाने वाली बात सामने आयी है. मंगल कार्यालय की अनुमति है ही नहीं, इस बात की अब जांच की जाएगी.
दर्यापुर से मुर्तिजापुर मार्ग पर वैभव मंगल कार्यालय में विवाह समारोह के लिए दो अलग-अलग हॉल है. एक लॉन भी निर्माण किया गया है. यहां पिछले दो-तीन वर्षों से बडे पैमाने में विवाह समारोह आयोजित किये जा रहे है. इससे पहले इस ईमारत का वेअर हाउस के रुप में उपयोग किया जाता था. इतना ही नहीं तो 2019 के विधानसभा चुनाव में इस इमारत का उपयोग चुनाव कार्यक्रम और मतगणना के लिए किया गया था. इसके बाद इस ईमारत का अचानक मंगल कार्यालय के रुप में रुपांतरण कैेसे हुआ? यह प्रश्न निर्माण हुआ है. यह बात अधिकृत तौर पर प्रशासकीय विभाग में दर्ज नहीं है, ऐसा बताया जा रहा है.
वर्ष 2021 में ग्रामपंचायत गायवाडी के संबंधित संचालक ने एक पत्र देकर फिलहाल के लिए मंगल कार्यालय का पंजीयन कराया, ऐसा प्रशासन व्दारा बताया गया. हकीकत में मंगल कार्यालय निर्माण व पंजीयन करने के बाद उस जगह निर्माण कार्य विभाग व्दारा तय की शर्त व उस शर्त के अनुसार उपयोग करना चाहिए, मगर इस इमारत का मंगल कार्यालय नाम के पीछे अब तक स्ट्रक्चरल ऑडिट नहीं किया गया. मंगल कार्यालय से संंबंधित सुविधा भी वहां उपलब्ध नहीं है. इस घटना के बाद प्रहार के किरण होले के नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया. जिसमें मंगल कार्यालय के संचालक की लापरवाही मुख्य कारण होने का आरोप लगाया गया है. गैर तरीके से मंगल कार्यालय के रुप में उपयोग करने वाले संचालक के खिलाफ जांच करने की मांग की गई है. साथ ही मंगल कार्यालय से संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग ज्ञापन के माध्यम से की गई.

* जांच के बाद उचित कार्रवाई करेंगे
यह मंगल कार्यालय परिसर इससे पहले गायवाडी ग्रामपंचायत क्षेत्र में था. सरहद बढाने के बाद यह क्षेत्र नगर परिषद में शामिल हुआ. इससे संबंधित दस्तावेज ग्रामपंचायत से बुलाए गए है. उचित तरह से कार्यालय का पंजीयन नहीं किया गया होगा तब दस्तावेज जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.
– पराग वानखडे, मुख्याधिकारी दर्यापुर

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